सीतापुर में बेटों ने बेरहमी से किया पिता का कत्ल, पहले ईंटों से कूचा...फिर कुल्हाड़ी से काट डाला
पुलिस के मुताबिक रामसहाय अपना सामान लेने के लिए पिकअप से आया था। यहीं पर सामान भरने की तैयारियों के बीच उसका विवाद बेटों संतराम और सहजराम से शुरू हो गया। बात इतनी बढ़ गई कि बेटों ने अपने पिता की धुनाई शुरू कर दी।
सीतापुर, जेएनएन। बम्हनावां में गुरुवार की दोपहर बेटों ने पिता को बेरहमी से मार डाला। पहले तो पिता के सिर को ईंटों को कूचा, फिर कुल्हाड़ी से धड़ को भी अलग कर दिया। घटना के बाद दोनों आरोपित मौके से फरार हो गए। बताया जा रहा है कि बम्हनावां निवासी रामसहाय पिछले चार वर्षों से लखनऊ में रहकर मजदूरी करता था। उसने पहली पत्नी की मृत्यु के बाद दूसरी शादी कर ली थी। पहली पत्नी से दो बेटे पैतृक गांव में ही रहते हैं। रामसहाय बुधवार को लखनऊ से अपनी पत्नी गीता देवी के साथ वापस आया था।
पुलिस के मुताबिक रामसहाय अपना सामान लेने के लिए पिकअप से आया था। यहीं पर सामान भरने की तैयारियों के बीच उसका विवाद बेटों संतराम और सहजराम से शुरू हो गया। बात इतनी बढ़ गई कि बेटों ने अपने पिता की धुनाई शुरू कर दी। इसी दौरान छोटा बेटा सहजराम ईंट उठा लाया और अपने पिता का सिर पर ताबड़तोड़ प्रहार कर डाले। इसी दौरान रामसहांय की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मौत के बाद भी रामसहांय के बाद भी सहजराम ने कुल्हाड़ी उठाई और गर्दन पर कई प्रहार किए। इससे रामसहांय का सिर धड़ से अलग हो गया। बताया जा रहा है कि बीचबचाव के बीच रामसहांय की दूसरी पत्नी गीता देवी भी गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया गया है। बाद में जिला अस्पताल रेफर किया गया।
...और भाग गया पिकअप चालक
विवाद शुरू होने के बाद ईंट और कुल्हाड़ी चलने लगी तो पिकअप से सामान लेने आया चालक भी मौके से फरार हो गया। उस वक्त तक पिकअप पर सामान नहीं रखा गया था।
एएसपी ने किया मुआयना
घटना की सूचना पाकर एएसपी डॉ. राजीव दीक्षित मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल पर ग्रामीणों से बातचीत की और घटना के कारणों के बारे में जानकारी जुटाई।
मुकदमा दर्ज
'पत्नी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पारिवारिक कलह की वजह से रामसहांय के बेटे ने ही वारदात को अंजाम दिया है।' - सत्येंद्र कुमार राय, एसओ रेउसा
'आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास चल रहे हैं। उम्मीद है कि पुलिस टीम जल्द ही दोनों को गिरफ्तार कर लेगी।' - डॉ. राजीव दीक्षित, एएसपी उत्तरी