मालिनी अवस्थी की आवाज में 'जिंदगी से यही गिला है मुझे' गाना यूट्यूब पर रिलीज, लखनऊ के रेजीडेंसी में किया गया शूट
जिंदगी से यही गिला है मुझे तू बहुत देर से मिला है मुझे... अहमद फराज साहब की सदाबहार गजल प्रख्यात गायिका मालिनी अवस्थी के सुरों का जादू और एक मासूम सी प्रेम कहानी... इन सबके केंद्र में अपने लखनऊ की हस्ताक्षर इमारत रेजीडेंसी।
लखनऊ, (दुर्गा शर्मा)। जिंदगी से यही गिला है मुझे, तू बहुत देर से मिला है मुझे... अहमद फराज साहब की सदाबहार गजल, प्रख्यात गायिका मालिनी अवस्थी के सुरों का जादू और एक मासूम सी प्रेम कहानी... इन सबके केंद्र में अपने लखनऊ की हस्ताक्षर इमारत रेजीडेंसी। गजल और विशेषकर लखनऊ प्रेमियों के लिए यह किसी अमोल उपहार से कम नहीं। सोनचिरैया म्यूजिक प्रोडक्शन के तले बने वीडियो साॅन्ग 'जिंदगी से यही गिला है मुझे...' को रविवार को यूट्यूब पर रिलीज किया गया। रिलीज होने के एक घंटे के अंदर ही वीडियो साॅन्ग को तीन हजार से ज्यादा लोग देख चुके थे।
रेजीडेंसी में शूट हुए इस गाने का वीडियो डायरेक्शन कुशल श्रीवास्तव का है। मुंबई के म्यूजिक स्टूडियो में लाइव म्यूजिशियंस के साथ इसे रिकाॅर्ड किया गया। गिटार पर संजय जयपुरवाले और कैजन पर नितीश ने साथ निभाया है। कीबोर्ड और प्रोग्रामिंग परेश शाह का है। पिछले साल जनता कर्फ्यू और लाॅकडाउन से लेकर अब तक मालिनी अवस्थी कई स्वतंत्र गीत तैयार कर चुकी हैं। जनता कर्फ्यू के दौरान उन्होंने 'मिलकर उसे हाराना है...' गीत को लिखा, कंपोज किया और गाया भी स्वयं था।
इस गाने को प्रधानमंत्री मोदी भी ट्वीट कर चुके हैं। वहीं, पिछले साल ही पिता को समर्पित अवधी लोकगीत 'निमिया के पेड़ जिनि काटियो रे, निमिया पे चिरैया के बसेर...' को भी रेजीडेंसी में शूट किया गया था। इसके साथ ही उन्होंने 'परदेसी भइया... रुकी जाओ वहीं जहां देस...' के जरिए प्रवासी मजदूरों से सुरमयी अपील भी की थी। इसके अलावा फिल्म दुर्गामती में बेहतरीन फोक फयूजन म्यूजिक के साथ 'बिन रांझे की हीर हुई मैं...' गाना पिछले साल दिसंबर में आया था। इस गीत को अपनी आवाज देने के साथ ही लखनऊ के ही दो युवाओं के साथ मिलकर उन्होंने इसका म्यूजिक कंपोज भी किया था।