दफ्तर में बैठकर सिगरेट पी और गुटखा खाया तो अब देना होगा इतने का जुर्माना Lucknow News
मंडलायुक्त ने अफसरों-कर्मचारियों को पढ़ाया शालीनता का पाठ। दफ्तर की दीवार पर पान की पीक मिली तो कार्रवाई की तलवार जिम्मेदार अधिकारियों पर।
लखनऊ [अजय श्रीवास्तव]। अब अगर सरकारी दफ्तरों में बैठकर सिगरेट पी और गुटखा खाया तो आपको महंगा पड़ सकता है। अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी कार्रवाई होगी और उनसे पांच सौ का जुर्माना वसूला जाएगा। इतना ही नहीं दफ्तर की दीवार पर पान की पीक मिली तो कार्रवाई की तलवार जिम्मेदार अधिकारियों पर लटक सकती है।
दफ्तरों में बढ़ते धूमपान और गुटखा खाने के चलन पर रोक लगाने का कड़ाई से पालन करने की तैयारी है। प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान में रोड़ा बन रहे सरकारी अफसरों और कर्मचारियों पर ही पहले डंडा चलेगा। मंडलायुक्त मुकेश मेश्रम ने 20 सितंबर को सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों को कामकाज में शालीनता लाने का पाठ पढ़ाते हुए शासनादेश की भी याद दिलाई। अब सरकारी दफ्तरों में पान, गुटखा और तंबाकू खाकर इधर-उधर थूकना आसान नहीं होगा। परिसर में बीड़ी सिगरेट का सेवन करते पाए जाने पर पांच सौ रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। संबंधित अधिकारी व कर्मचारी के नाम से जुर्माने की रसीद काटी जाएगी और जुर्माने की रकम ट्रेजरी में जमा होगी। दरअसल, कई सरकारी दफ्तर परिसरों में ही पान मसाला और सिगरेट की दुकानें खुली हैं और कर्मचारी सीट के बगल में ही मसाले को थूकते हैं।
सुबह नौ बजे से करानी होगी सफाई
दफ्तर खुलने के बाद सफाई होती है और इससे कामकाज प्रभावित होता है। अधिकारी व कर्मचारी सफाई होने का इंतजार करते हैं और काम कराने आए लोगों को बेवजह का इंतजार करना पड़ता है। अब नौ बजे से पहले ही दफ्तर की सफाई करानी होगी। वहीं अगर आउटसोर्सिग के कर्मचारी हैं तो ठेकेदार को अपने खर्च पर कर्मचारियों को वर्दी उपलब्ध करानी होगी, जिसमें उसका नाम अंकित हो।
शालीन कपड़ों में रहना होगा
कमीज के खुले बटन, अव्यवस्थित पोशाक अब नहीं चलेगी। टी-शर्ट पहनकर भी दफ्तर नहीं आ सकेंगे। कपड़ा भी साफ और शालीन वेशभूषा का होना चाहिए। इसके अलावा कई अन्य मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया गया।
टेबल पर फाइल तो होगी कार्रवाई, तीन दिन में ही करें निस्तारण
अब तीन दिन में ही पत्रवलियों का निराकरण करना होगा। धन वसूली के चक्कर में टेबल पर पत्रवली को लंबित रखने वाले अधिकारी व कर्मचारियों पर कार्रवाई हो सकती है। आवेदन करने वाले का मोबाइल नंबर भी लेना होगा, जिससे उसे काम होने की सूचना दी जा सके। अब एक रजिस्टर बनाना होगा, जिससे फाइल के शुरू होने की तिथि और काम खत्म होने का ब्योरा रखना होगा। अब बैठक के दौरान जलपान और भोजन नहीं मिलेगा। बैठक के पूर्व और खत्म होने के बाद ही पेट पूजा हो सकेगी