लखनऊ के माधव मंदिर में धूमधाम से मनी श्री राधा अष्टमी, बनारसी साड़ी में नजर आईं राधा रानी

श्री राधा रानी की जयंती पर मंगलवार को मंदिरों में विशेष आयोजन हुए। भोग प्रसाद के साथ जयकारे के बीच संकीर्तन का आयोजन हुआ। श्री माधव मंदिर में श्री राधा माधव सेवा संस्थान की ओर से आयोजित श्री राधा अष्टमी प्राकट्य उत्सव में राधारानी को बनारसी साड़ी पहनाई गई।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 06:32 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 06:32 PM (IST)
लखनऊ के माधव मंदिर में धूमधाम से मनी श्री राधा अष्टमी, बनारसी साड़ी में नजर आईं राधा रानी
सुलतानपुर रोड के इस्कान मंदिर में श्री राधा रमण का भव्य श्रृंगार किया गया।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। श्री राधा रानी की जयंती पर मंगलवार को मंदिरों में विशेष आयोजन हुए। भोग प्रसाद के साथ जयकारे के बीच संकीर्तन का आयोजन हुआ। डालीगंज स्थित के श्री माधव मंदिर में श्री राधा माधव सेवा संस्थान की ओर से आयोजित श्री राधा अष्टमी प्राकट्य उत्सव में राधारानी को बनारसी साड़ी पहनाई गई। प्रवक्ता अनुराग साहू बताया कि चांदी का मुकुट, भव्य फूलों का श्रृंगार कर श्रद्धालुओं ने भजनों का गुलदस्ता पेशकर माहौल को भक्तिमय बना दिया।

गोविंद साहू, भारत भूषण गुप्ता, जयराम दास महाराज, लालता प्रसाद, कंचन साहू ने पांच कन्याओं कनक, अहाना, अनूठी, टीया, आसवी का तिलक, पूजन, चरण स्पर्श कर उन्हें भेंट स्वरूप पाठन सामग्री प्रदान की। श्याम जी साहू, बिहारी लाल साहू, राकेश साहू, माया आनंद, दिनेश अग्रवाल व दीपक मल्होत्रा ने फूलों की बारिश के साथ उत्सव का समापन किया। सुलतानपुर रोड के इस्कान मंदिर में श्री राधा रमण का भव्य श्रृंगार किया गया। अध्यक्ष अपरिमेय श्यामदास ने संकीर्तन के साथ ही श्री राधा अष्टमी की कथा पर विस्तार से प्रकाश डाला। वहीं बंगलाबाजार के किला मुहम्मदी गांव में लगने वाला कंस मेला कोरोना संक्रमण के चलते नहीं लगा। 

महालक्ष्मी व्रत-पूजनः अचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि धन, वैभव, संतान, ऐश्वर्य आदि को देने वाली मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का 16 दिनों का महालक्ष्मी व्रत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से शुरू होकर 28 सितंबर को समाप्त होगा। पौराणिक कथा के मुताबिक जब पांडव जुएं में कौरवों के आगे अपना सब कुछ हार गए तो पांडवों में सबसे बड़े भाई युधिष्ठिर ने भगवान श्री कृष्ण से मार्गदर्शन मांगा और धन प्राप्त करने के तरीके के बारे में पूछा। भगवान कृष्ण ने युधिष्ठिर को 16 दिन का महालक्ष्मी व्रत करने के लिए कहा था। इसी मान्यता को लोग बहुत निष्ठा से मानते हैं। राजधानी लखनऊ में इसकी मान्यता बहुत ज्यादा देखी जाती है। 

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