शिया समुदाय ने लगाए अमेरिका मुर्दाबाद के नारे, फूंका ट्रंप का पोस्टर Lucknow news
छोटे इमामबाड़े में एकत्र होकर किया प्रदर्शन। उलमा ने कहा चुकानी होगी अमेरिका को इसकी बड़ी कीमत।
लखनऊ, जेएनएन। बगदाद एयरपोर्ट (ईराक) के करीब अमेरिकी हमले में जनरल कासिम सुलेमानी, अबू मेंहदी अल मोहनदिस और उनके सहयोगियों की शहादत पर शनिवार को शिया समुदाय ने कड़ा विरोध जताया। हाथों में कासिम सुलेमानी का पोस्टर लेकर छोटे इमामबाड़े में एकत्र समुदाय के लोगों ने अमेरिका, इजरायल, सऊदी अरब व पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का पोस्टर फूंका। एक ओर प्रदर्शनकारियों ने जहां हमले में मारे गए शहीदों के गम में आंसू बहाकर पुरसा दिया और इसाल-ए-सवाब पेश किया, तो वहीं अमेरिका के खिलाफ बद्दुआ की।
सबसे पहले इमाम-ए-जुमा मौलाना कल्बे जवाद ने मजलिस को खिताब करते हुए कहा कि शहीद का खून कभी बेकार नहीं जाता, अनकरीब अमेरिका को इस हमले की बड़ी कीमत चुकानी होगी। कासिम सुलेमानी आतंकवादियों के लिए सबसे बड़ा खतरा थे, इन्होंने आतंकवादी और अलकायदा को खत्म करना चाहते थे। यह आतंकी संगठन इराक, यमन व सीरिया ही नहीं भारत पर भी अपना कब्जा जमाना चाहते थे, इसलिए भारत में प्रदर्शन होने चाहिए।
मौलाना मोहम्मद मियां आब्दी ने कहा कि जनरल कासिम सुलेमानी हमेशा बेगुनाहों के लिए लड़ते रहे, इसलिए जालिम ताकतों ने उनको शहीद कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के वकील महमूद पराचा ने दिल्ली में अमेरिका व इजरायल दूतावास के बाहर प्रदर्शन का एलान किया। इस मौके पर मौलाना फिरोज हुसैन, मौलाना तनवीर अब्बास, मौलाना रजा हुसैन, मौलाना तसनीम मेहदी व मौलाना मंजर अली सहित कई लोग खासकर महिलाएं व बच्चे भी शामिल रहे। वही, ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से रुस्तम नगर स्थित दरगाह हजरत अब्बास में मजलिस-ए-तरहीम व ताजीयती जलसा हुआ।