लखनऊ में लोकभवन के बाहर हरदोई के सात लोगों ने किया आत्मदाह का प्रयास, पीड़ित बोले- अब जान देने के सिवा कोई रास्ता नहीं
हरदोई का रहने वाला है परिवार पड़ोसी से चल रहा जमीनी विवाद। स्थानीय पुलिस पर और प्रशासन पर सुनवाई न करने का आरोप लगाते हुए परिवार ने किया लोकभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास। आनन-फानन पुलिस कर्मियों ने उन्हें बचाया।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी में शुक्रवार सुबह बारिश का मौसम के बीच लोकभवन के सामने अचानक अफरा-तफरी मच गई। जब हरदोई जनपद से परिवार के सात सदस्य खुद पर मिट्टी का तेल डालकर लोकभवन के बाहर पहुंचे। परिवार ने माचिस जलाकर आत्मदाह का प्रयास किया। तभी मौके पर पुलिस कर्मियों ने तत्परता से उन्हें पकड़ लिया। आनन-फानन पुलिस कर्मियों ने उन्हें बचाया। सातों लोगों को लेकर हजरतगंज कोतवाली पहुंची और पूछताछ कर रही है। पीड़ित बोला- अब जान देने के सिवा कोई रास्ता नहीं...
हरदोई जनपद के धन्नू पुरवा में रहने वाले राजाराम, उमेश यादव, वीरू यादव और ऊषा समेत सात लोग राजधानी पहुंचे। पीड़ित राजाराम ने बताया कि वह धन्नूपुरवा स्थित मकान में करीब 40 साल से रह रहे हैं। मकान के पास में ही एक न्यायिक अधिकारी और एक विधायक की प्लाटिंग का काम चल रहा है। वह जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं। मामले की जानकारी कई बार स्थानीय पुलिस और प्रशासन को दी गई। मगर पुलिस ने सुनवाई नहीं की। पीड़ित ने रोते हुए बताया कि उसके परिवार के पास जान देने के सिवा कोई रास्ता नहीं बचा है।
शॉल के अंदर मिट्टी के तेल की बोतल छिपाई: आत्मदाह का सोचकर सुबह परिवार के सातों लोग चारबाग पहुंचे। वहां से शॉल के अंदर मिट्टी के तेल की बोतल लपेट कर लाए। रास्ते में सूनसान स्थान पर अपने ऊपर मिट्टी का तेल उड़ेला और लोकभवन के बाहर पहुंच गए। वहां, माचिस जलाने ही जा रहे थे कि पुलिस कर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया।
मामले की जांच जारी: इंस्पेक्टर श्यामबाबू शुक्ला ने बताया कि राजाराम और उनके परिवार का जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। स्थानीय पुलिस और प्रशासन पर सुनवाई न करने का आरोप लगाया है। मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों और स्थानीय पुलिस को दे दी गई है।
हरदोई पुलिस बोली- गलतफहमी में है पीड़ित: हरदोई कोतवाली प्रभारी जगदीश प्रसाद के मुताबिक, राजाराम और उनके परिवार की किसी भी जमीन पर किसी ने कब्जा नहीं किया है। राजाराम परिवार के साथ जहां रहते हैं, वहां पर एक विधायक और एक न्यायिक अधिकारी की प्लाटिंग का काम चल रहा है। उन्होंने कुछ दिन पहले राजाराम से पूछा कि तुम अपनी भी जमीन बेचोगे। राजाराम के इन्कार पर उन्होंने दोबारा कुछ नहीं कहा। राजाराम को आशंका है कि उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया जाएगा। इस कारण उन्होंने कंट्रोल रूम को सूचना भी एक दिन पहले दी थी। पुलिस पहुंची उन्हें थाने लाई और पूरी तरह से आश्वस्त किया गया था कि जमीन पर कोई कब्जा नहीं करेगा। फिर भी यह लखनऊ पहुंच गए। इसकी जानकारी पुलिस को नहीं है।