लखनऊ में नगरीय बसों के लिए बनेंगे सात नए ग्रामीण क्षेत्रों के रूट, इलेक्ट्रिक बसों का होगा संचालन
लखनऊ में नगर बस प्रबंधन नगरीय सेवाओं को विस्तार देने की तैयारी हो रही है। इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इसमें शहर के ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ते हुए नए रूट बनाए जा रहे हैं। सात मार्गों को चिह्नित किया गया।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। नगर बस प्रबंधन नगरीय सेवाओं को विस्तार देने की तैयारी में है। इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इसमें शहर के ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ते हुए नए रूट बनाए जा रहे हैं। सात मार्गों को चिह्नित किया गया।
आ रही एसी नगर बसों के संचालन को लेकर हो रही तैयारियां: नगरीय बेडे़ में अभी तक 40 ई-बसें हैं। शहर को मिलने वाली इलेक्ट्रिक बसों का लोकार्पण पीएम द्वारा किया जा चुका है। इनमें से 25 बसें जल्द ही नगर को मिलने वाली हैं। आवंटन होते ही बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। इस बार आ रही नई बसों का एक बड़ा हिस्सा ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ते हुए चलाया जाएगा। मंशा है कि इससे न केवल ग्रामीण क्षेत्रों से शहर आने वाले लोगों को राहत मिलेगी बल्कि नगरीय बस सेवा का विस्तार होगा। अधिकारियों के मुताबिक आ रही ई-बसों को देखते हुए प्रबंधन ने बसों का एक हिस्सा शहर में तो दूसरा ग्रामीण क्षेत्रों को मिलाकर चलाने का फैसला किया है।
शहरी क्षेत्र के इन दस मार्गों पर चलनी है ई-बस
दुबग्गा से इंटीग्रल यूनिवॢसटी। आंबेडकर यूनिवर्सिटी से विराजखंड। दुबग्गा से अवध बस स्टेशन। दुबग्गा से बीबीडी यूनिवर्सिटी। दुबग्गा से विराजखंड वाया सीतापुर बाईपास। मड़ियांव से आलमबाग। दुबग्गा से एकेटीयू यूनिवर्सिटी विराजखंड से आलमबाग दुबग्गा से आंबेडकर यूनिवर्सिटी गुडंबा से एसजीपीजीआई।ग्रामीण क्षेत्र के इन तीन मार्गों पर अभी चल रही है ई-बस, सात की तैयारी
प्रबंध निदेशक नगरीय परिवहन पल्लव बोस ने बताया कि दरअसल ई-बस के लिए परमिट की आवश्यकता नहीं है। ऐसे में आमजन की राह में किसी भी तरह का रोड़ा नहीं आएगा। शासन की मंशा है कि आ रही नई ई-बसों से अछूते पड़े कई ग्रामीण मार्गों को जोड़ा जाए जिससे लोगों का रास्ता आसान हो सके। सस्ते टिकट पर एसी सुविधाएं लोगों को रास आ रही हैं।