Fake Teachers Case: उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में 232 शिक्षकों की सेवाएं समाप्त

उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में अध्यापकों के अभिलेखों की जांच के आधार पर 232 शिक्षकों की संविदा का नवीनीकरण नहीं करते हुए उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। इनमें से 56 शिक्षकों के दस्तावेजों में भिन्नता मिली है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 12:54 AM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 09:51 AM (IST)
Fake Teachers Case: उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में 232 शिक्षकों की सेवाएं समाप्त
केजीबीवी में अध्यापकों की संविदा का नवीनीकरण नहीं किया गया है।

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में अध्यापकों के अभिलेखों की जांच के आधार पर 232 शिक्षकों की संविदा का नवीनीकरण नहीं करते हुए उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। इनमें से 56 शिक्षकों के दस्तावेजों में भिन्नता मिली है। 134 शिक्षक अपने पद के सापेक्ष निर्धारित शैक्षिक योग्यता नहीं रखते हैं। 26 शिक्षकों ने त्यागपत्र दे दिया है या रिटायर हो गए हैं। वहीं 16 शिक्षक लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे हैं। इन शिक्षकों की संविदा का नवीनीकरण नहीं किया गया है।

महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बताया कि 59 शिक्षकों के समायोजन के लिए उनके विषय के संगत पद जिला स्तर पर खाली नहीं हैं तथा 26 शिक्षिकाओं ने विषय के संगत पदों पर समायोजन के लिए सहमति नहीं दी है। इन शिक्षकों को अन्य जिलों में रिक्तियों के सापेक्ष समायोजित करने पर विचार किया जा रहा हैं। 302 पुरुष शिक्षक पूर्णकालिक विषय के पदों पर अंशकालिक के रूप में कार्यरत हैं, जबकि केजीबीवी में पूर्णकालिक पदों पर सिर्फ महिला शिक्षकों की तैनाती का प्रावधान है। इन शिक्षकों में से जो अंशकालिक विषयों में भी योग्यता रखते हैं, उन्हें अन्य जिलों में अंंशकालिक पदों की रिक्तियों के सापेक्ष चयन में वरीयता देने पर विचार किया जा रहा है।

chat bot
आपका साथी