यूपी में सीरो सर्वे के नतीजे घोषित, 22.10 प्रतिशत लोगों में मिली कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी

उत्तर प्रदेश में सितंबर में ज्यादा कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों वाले 11 जिलों में कराए गए सीरो सर्वे के नतीजे गुरुवार को घोषित कर दिए गए। सीरो सर्वे में 22.10 प्रतिशत लोगों में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी पाई गई।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 08:46 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 08:46 PM (IST)
यूपी में सीरो सर्वे के नतीजे घोषित, 22.10 प्रतिशत लोगों में मिली कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी
उत्तर प्रदेश के 11 जिलों में कराए गए सीरो सर्वे के नतीजे गुरुवार को घोषित कर दिए गए।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश में सितंबर में ज्यादा कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों वाले 11 जिलों में कराए गए सीरो सर्वे के नतीजे गुरुवार को घोषित कर दिए गए। सीरो सर्वे में 22.10 प्रतिशत लोगों में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी पाई गई। यानी ये लोग कभी न कभी कोरोना से संक्रमित हुए थे और उसके बाद स्वस्थ भी हो गए। अगर इस सैंपल सर्वे को आधार माना जाए तो इन जिलों में हर 22 वां व्यक्ति संक्रमित होने के बाद वायरस के खिलाफ बनी एंटीबॉडी के कारण ठीक हो गया था।

उत्तर प्रदेश में जिन जिलों में यह सर्वे कराया गया था उनमें लखनऊ, आगरा, बागपत, गाजियाबाद, गोरखपुर, कानपुर, कौशांबी,मेरठ, मुरादाबाद, प्रयागराज और वाराणसी शामिल है। प्रत्येक जिले में 1,450 लोगों के सैंपल लिए गए। इस तरह करीब 16 हजार लोगों का सीरो सर्वे किया गया और इसमें 3,525 लोगों में एंटीबॉडी पाई गई।

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) की मदद से 11 जिलों में लोगों के लिए गए ब्लड सैंपल की जांच कराई गई। सितंबर में कोरोना के रोगी ज्यादा बढ़ रहे थे और कम्युनिटी ट्रांसमिशन का पता लगाने के लिए सीरो सर्वे कराया गया। सीरो सर्वे में विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग आयु वर्ग के लोगों के लोगों के खून के नमूने लिए गए। फिर इन खून के नमूनों का एलिसा (एंजाइम -लिंक्ड इम्यूनोसेर्बेंट ऐजे) टेस्ट किया गया। इंसान के अंदर कोरोना वायरस की जांच के लिए इसे किया जाता है और उसमें एंटीबॉडी का पता लगाया जाता है।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के सामुदायिक संक्रमण (कम्युनिटी स्प्रेड) का पता लगाने के लिए शुरू किया गया था। सीरो सर्वे से यह पता लगाने में मदद होती है कि किस अनुपात में आबादी कोरोना वायरस से संक्रमित हुई है। सीरो सर्वे में किसी क्षेत्र में रहने वाले कई लोगों के सीरम की जांच होती है। लोगों के शरीर में कोरोना वायरस से लड़ने के एंटीबाडी मौजूद हैं या नहीं, इसका भी पता चलता है। साथ ही इसकी भी जानकारी होती है कि कौन व्यक्ति कब संक्रमित हुआ और कब ठीक हो गया।

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