सीनियर IAS अफसर अजय कुमार सिंह का निधन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धांजलि दी

Senior IAS Officer Ajay Kumar Singh Passes Away शुभम हॉस्पिटल के साथ ही साथ सर सुंदर लाल चिकित्सालय बीएचयू के कार्डियोलोजिस्ट एवं न्यूरोलॉजिस्ट के परामर्श देखरेख एवं सतत निगरानी में उनका इलाज चल रहा था। दोपहर तक उनके स्वास्थ्य की स्थिति गंभीर बनी हुई थी।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Sat, 05 Dec 2020 10:33 AM (IST) Updated:Sat, 05 Dec 2020 03:06 PM (IST)
सीनियर IAS अफसर अजय कुमार सिंह का निधन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धांजलि दी
अजय कुमार सिंह 1998 बैच आइएएस अफसर थे, वह सचिव राष्ट्रीय एकीकरण के पद पर तैनात थे।

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश शासन में सचिव के पद पर तैनात रहे सीनियर आइएएस अधिकारी अजय कुमार सिंह ने शनिवार सुबह दम तोड़ दिया। वाराणसी में विधान परिषद चुनाव में पर्यवेक्षक के रूप में काम कर रहे अजय कुमार सिंह की तबीयत शुक्रवार सुबह अचानक बिगड़ गई। 

अजय सिंह की मृत्यु पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम 11 की बैठक के दौरान अपने अधिकारियों के साथ श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने  शोकाकुल परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। अजय कुमार सिंह का अंतिम संस्कार वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर सायंकाल 4 बजे किया जाएगा। उनके पुत्र के लखनऊ तथा कुछ निकट संबंधियों के दिल्ली से आने की प्रतीक्षा है। अजय कुमार सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल होने शासन के दो वरिष्ठ अधिकारी आमोद कुमार तथा पंधारी यादव वाराणसी जाएंगे।

पटना के रहने वाले अजय कुमार सिंह 1998 बैच के आइएएस आफिसर थे। वर्तमान में वह उत्तर प्रदेश सरकार में खादी ग्रामोद्योग विभाग के सचिव के पद पर तैनात थे । उनकी पत्नी नीना शर्मा इंफ्रास्ट्रक्चर और औद्योगिक विभाग में सचिव के पद पर कार्यरत हैं। एक 15 वर्ष का पुत्र है। मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने  बताया कि शाम 4 बजे मणिकर्णिका घाट पर अजय कुमार सिंह की अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ की जायेगी

सर्किट हाउस में हार्ट अटैक के बाद उनको निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर दोपहर बाद उनकी सेहत में सुधार हो रहा था। इसके बाद आज तड़के उनकी तबीयत फिर बिगड़ गई और उन्होंने दम तोड़ दिया। उनकी पत्नी नीना शर्मा भी 1998 बैच की आइएएस अधिकारी हैं। उनकी ड्यूटी आब्जर्वर के तौर पर आगरा में लगी थी। सुबह से ही उनको दिल्ली ले जाने की कवायद शुरू हो गई थी। हास्पिटल से एयरपोर्ट ले जाने के लिए बीएचयू की एम्बुलेंस भी हास्पिटल पहुंच गई थी।

विधान परिषद चुनाव में लखनऊ से जनपदीय पर्यवेक्षक के रूप में वाराणसी में सेवा दे रहे अजय कुमार सिंह को शुक्रवार को हृदयाघात होने पर शुभम हॉस्पिटल में तत्काल भर्ती कराया गया।  सर्किट हाउस में अचानक तबीयत खराब होने पर उनको शुभम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां शुभम हॉस्पिटल के साथ ही साथ सर सुंदर लाल चिकित्सालय बीएचयू के कार्डियोलोजिस्ट एवं न्यूरोलॉजिस्ट के परामर्श, देखरेख एवं सतत निगरानी में उनका इलाज चल रहा था। दोपहर तक उनके स्वास्थ्य की स्थिति गंभीर बनी हुई थी। इसके बाद सुधार होने लगा। सॢकट हाउस में सुबह अचानक तबीयत खराब हुई। उन्हेंं कार्डियक अरेस्ट हुआ। सीएमओ डा. वीबी सिंह के अनुसार उनको न्यूरो, गुर्दा व रीनल प्राब्लम भी थी। उनको कल सुबह पास नहीं हो रहा था, दोपहर बाद उसमें सुधार हो गया था।

अजय कुमार सिंह की पत्नी आइएएस अफसर नीना शर्मा भी आगरा में चुनाव पर्यवेक्षक प्रेक्षक के रूप में सेवा दे रही थीं। वह भी कल दिन में शुभम हास्पिटल पहुंचीं। अजय कुमार सिंह 1998 बैच आइएएस अफसर थे और उत्तर प्रदेश शासन मे वह सचिव राष्ट्रीय एकीकरण के पद पर तैनात थे। विधान परिषद शिक्षक सीट की चुनाव प्रक्रिया के दौरान वह गुरुवार रात को वाराणसी के पहाड़िया मंडी में चल रही मतगणना में देर रात तक मौजूद थे, उसके बाद वह सर्किट हाउस चले गए। शुक्रवार सुबह करीब साढ़े सात बजे सर्किट हाउस में वह अचानक गिर पड़े। सुरक्षाकर्मियों ने स्थानीय प्रशासन के सहयोग से आनन-फानन उन्हेंं निजी अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टर्स के मुताबिक, हार्ट अटैक के कारण वह अचेत होकर गिर गए थे।

कोतवाल ने उन पर तान दी एके-47, थाना प्रभारी पर कोई कारवाई नहीं की

अजय कुमार सिंह जिस समय गौतमबुध नगर के जिलाधिकारी थे, उस समय उनकी पत्नी नीना शर्मा बुलंदशहर की जिलाधिकारी थी। अजय कुमार सिंह इतने सहज और सरल स्वभाव के थे कि एक बार वे रात में निजी गाड़ी से बुलंदशहर के लिए जा रहे थे,  रास्ते में परी चौक पास तत्कालीन थाना प्रभारी ने उनको रोक लिया। ड्राइवर ने कहा कि गाड़ी में जिलाधिकारी है तो कोतवाल ने जाकर उन पर एके-47 तान दी। अजय कुमार सिंह इतने सरल स्वभाव के थे कि गाड़ी से उतरे और सहजता से अपना परिचय दिया, इसके बाद थाना प्रभारी ने उनसे सॉरी बोला। अजय कुमार सिंह थाना प्रभारी पर कोई कारवाई नहीं की, बल्कि उसकी पीठ थपथपा बुलन्दशहर रवाना हो गए।

chat bot
आपका साथी