ऑक्सीजन के लिए भटक रहे लोगों को राहत, यूपी पुलिस जरूरतमंदों को देगी कालाबाजारी में जब्त सिलेंडर
उत्तर प्रदेश पुलिस ने कालाबाजारी में लिप्त आरोपितों से बरामद ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाएं अब मालखाने में न रखकर उन्हें अस्पतालों के प्रयोग के लिए रिलीज करने का निर्णय किया है। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने इसका आदेश जारी कर दिया है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर व जीवन रक्षक दवाओं के लिए भटक रहे लोगों के लिए यह राहत भरी खबर है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कालाबाजारी में लिप्त आरोपितों से बरामद ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाएं अब मालखाने में न रखकर उन्हें अस्पतालों के प्रयोग के लिए रिलीज करने का निर्णय किया है। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने इसका आदेश जारी कर दिया है। हाई कोर्ट ने एक पीआइएल की सुनवाई के दौरान पुलिस कार्रवाई में जब्त दवाओं और ऑक्सीजन सिलेंडर को मरीजों के उपयोग के लिए रिलीज करने का निर्देश दिया था।
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि सभी पुलिस आयुक्त, डीआइजी, एसएसपी व एसपी को निर्देश दे दिए गए हैं। जब्त सिलेंडर व जीवन रक्षक दवाएं जिला स्तर पर बनी कमेटियों के जरिए अस्पतालों व जरूरतमंदों को दी जाएंगीं। जब्त दवाओं को ड्रग इंस्पेक्टर से चेक कराने के बाद रिलीज किया जाएगा। वहीं, डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने सभी अधिकारियों को अपने निकट पर्यवेक्षण में वैधानिक प्रविधानों के तहत कार्रवाई सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है।
यूपी पुलिस प्रदेश में अब तक 42 स्थानों पर छापेमारी कर कालाबाजारी में शामिल 110 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। उनके कब्जे से 839 रेमडेसिविर इंजेक्शन, 240 पीआईपी टी 4.5 जीएम इंजेक्शन, तीन वायल अक्टेरमा इंजेक्शन, करीब 1200 ऑक्सीजन सिलेंडर व 531 आक्सीमीटर बरामद किए गए हैं। इनमें अधिकांश बरामदगी लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, गाजियाबाद, मुरादाबाद, मेरठ, बरेली, हरदोई, हापुड़, बाराबंकी व प्रयागराज में हुई है।
बता दें कि प्रदेश में मरीजों के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति सुचारु करने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं। 24 घंटे में साढ़े सात सौ मीट्रिक टन से अधिक का वितरण सरकारी व निजी अस्पतालों को उपलब्ध कराया गया है। बरेली और मुरादाबाद मंडल के लिए हर दिन ट्रेन भेजी जा रही है। आगरा के लिए वायु सेवा का सतत उपयोग हो रहा है। ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने के साथ-साथ वितरण व्यवस्था को और बेहतर किये जाने की जरूरत है। भारत सरकार से 14 नए टैंकर मिले हैं।