Lucknow Coronavirus Cases Update: गांव की खुशियों को लील गयी कोरोना की दूसरी लहर, भौली गांव में करीब 36 की मौत

पंचायत चुनाव के पहले इस इलाके में गांवो की हालत इतनी भयावह नहीं थी और इक्का दुक्का मरीज ही मिल रहे थे। मगर जिस तरह चुनाव में लोगों का एक दूसरे से मिलना जुलना हुआ कोरोना संक्रमण तेजी से फैला। बेंती गांव में ही पांच लोगों को कोरोना लील गया।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 08:03 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 07:05 AM (IST)
Lucknow Coronavirus Cases Update: गांव की खुशियों को लील गयी कोरोना की दूसरी लहर, भौली गांव में करीब 36 की मौत
शहर से नौकरी पेशा और कामगारों के आने से फैला संक्रमण।

लखनऊ, जेएनएन। शहर से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर बख्शी का तालाब नगर पंचायत में दस हजार की आबादी वाला गांव भौली है। यहां से तमाम नौकरी पेशा और दैनिक मजदूरी करने वालों का शहर आना जाना लगा रहता है। इसी के चलते संक्रमण तेजी से फैला और दूसरी लहर ने इस गांव की खुशियों को उजाड़ दिया। कोरोना के संक्रमण ने करीब तीन दर्जन लोगों को असमय मौत की नींद सुला दिया।

कोरोना से लगातार मौतों के बाद पूरे गांव में भय है। देर से जागा प्रशासन अब संक्रमण रोकने की पूरी कोशिश कर रहा है। भौली वार्ड 11 के सभासद के पति पूर्व प्रधान राम बहादुर सिंह का कहना है कि यहां के अधिकांश लोगों का शहर आना-जाना बना रहा, जिससे उनके यहां भी संक्रमण फैल गया। 18 अप्रैल से लेकर तीन मई तक बुखार, खांसी, निमोनिया से तीन दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी हैं। प्रशासन तब तक बेखबर बना रहा। चार मई को दैनिक जागरण में भौली की खबर छपने के बाद बीमार लोगों की कोरोना की जांच शुरू हुई और घरों में आइसोलेट मरीजों को दवाएं दी जा रही हैं। नगर पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह गप्पू ने बताया कि निगरानी समिति को जिन लोगों में कोरोना के लक्षण दिखे उन्हेंं चिह्नित करके उनकी जांच कराई जा रही है। सभी वार्डों को सेनेटाइज किया जा रहा है।

अलीगंज सीएचसी की डा. अनामिका गुप्ता ने बताया चार मई को 59 लोगों की आरटीपीसीआर और 24 की एंटीजन जांच कराई गई थी। जिसमें से 18 लोग सक्रमित निकले थे। 11 मई को 63 लोगों की जांच कराई गई। होम आइसोलेशन वाले मरीजों के अलावा जिनमें भी इसके लक्षण हैं उनको दवाओं की किट दी जा रही है। इसी तरह पंचायत चुनाव का प्रचार जोर पकडऩे पर पहाड़पुर गांव में कोरोना से कई लोगों की मौत के बाद जांच शुरू हुई। इस गांव से भी अधिकतर लोगों का शहर से आना-जाना बना रहता है। बीकेटी सीएचसी के प्रभारी डा. जेपी सिंह ने बताया पहाड़पुर में दो सौ लोगों की जांच की गई। 19 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई थी। निगरानी समितियां कोरोना के लक्षण वालों को चिह्नित करती है, जिसके बाद उनकी जांच कराई जा रही है। क्षेत्र में मार्च से अब तक 16 हजार से अधिक लोगों की जांच कराई जा चुकी है। तब से अब तक 399 लोगों की जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई है।

पंचायत चुनाव फैला गया संक्रमण

बंथरा : पंचायत चुनाव के पहले इस इलाके में गांवो की हालत इतनी भयावह नहीं थी और इक्का दुक्का मरीज ही मिल रहे थे। मगर जिस तरह चुनाव में लोगों का एक दूसरे से मिलना जुलना हुआ कोरोना संक्रमण तेजी से फैला। बेंती गांव में ही पांच लोगों को कोरोना लील गया। यहां बड़ी संख्या में लोग बीमार हुए। निवर्तमान प्रधान विकास साहू और उनका परिवार भी बीमार हुआ। विकास बताते हैं कि उनके गांव में तकरीबन पचास प्रतिशत लोग बीमार हुए। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से गांव में न तो कोई कोरोना की जांच करने आया और न ही किसी तरह की दवाओं का भी वितरण किया गया। लोगों ने अपना इलाज भी खुद कराया।

विकास बताते हैं की उनके गांव में बीमारी चुनाव के दौरान फैली। वहीं इस बीमारी ने कानपुर हाईवे से सटे बंथरा कस्बे और गांव को भी अपनी चपेट में ले लिया। यहां भी कोरोना से कई लोग काल के गाल में समा गए। कोरोना के कहर के बावजूद गुरुवार को यहां के कस्बे और गांव में अधिकतर लोग बेपरवाह दिखे। कई जगहों पर तो लोग भीड़ में भी न तो मास्क लगाए थे और न ही शारीरिक दूरी का पालन करते नजर आए। वहीं ऐसी जगहों से पुलिस भी नदारद थी। अगर यही रवैया रहा तो बीमारी फिर बढ़ सकती है।  

chat bot
आपका साथी