वैश्विक परीक्षा में प्रतिभा दिखाएंगे देश के बच्चे, आप भी ले सकते हैं हिस्सा जानिए कैसे
वैश्विक परीक्षा में उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश के बच्चे लेंगे भाग ओईसीडी की ओर से क्रिटिकल एंड क्रिएटिव टेस्ट को तैयार किए जा रहे विद्यार्थी।
लखनऊ [सौरभ शुक्ला]। राजधानी लखनऊ समेत देशभर के बच्चे वैश्विक परीक्षा में अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। बौद्धिक शक्ति के साथ गणित, विज्ञान व समसामयिक विषयों में अपने ज्ञान का प्रदर्शन करेंगे। इसके लिए उनका क्रिटिकल एंड क्रिएटिव टेस्ट लिया जाएगा। केंद्र सरकार के सहयोग से वैश्विक संस्था ओईसीडी (ऑर्गनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक कोऑपरेशन डेवलपमेंट) ओर से यह टेस्ट देश के सभी राज्यों और चंडीगढ़ में केंद्रीय व नवोदय विद्यालय में कराया जा रहा है। इसमें कक्षा सात से 10 तक के 15 वर्ष की आयु के बच्चे प्रतिभाग कर रहे हैं।
लखनऊ में आरडीएसओ स्थित केंद्रीय विद्यालय के प्रिंसिपल संजय कुमार ने बताया कि बच्चों की तैयारी कराई जा रही है। कोर्स व उसके बाहर के विषयों पर जोर दिया जा रहा है। 20 बच्चों पर एक मेंटर बनाया गया है, जो तैयारी पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। इसमें अभिभावकों का भी सहयोग लिया जा रहा है। खास बात है कि बच्चों की बौद्धिक क्षमता का आंकलन करने के लिए बिना बताए उनका टेस्ट कराया जा रहा है। लखनऊ के 10 और संभाग के 53 केंद्रीय विद्यालयों में मंगलवार और सोमवार को इसका टेस्ट कराया गया। इसके अलावा साप्ताहिक टेस्ट भी कराया जा रहा है। ट्रायल टेस्ट अप्रैल में होगा।
2021 में होगी 'पीसा
बच्चों की फाइनल परीक्षा यानी पीसा (परफॉरमेंस ऑन इंटरनेशन स्टूडेंट्स ऑफ असेसमेंट) वर्ष 2021 में होगी। इसके लिए परीक्षा का प्रश्नपत्र ओईसीडी की ओर से दिया जाएगा। परीक्षा में मुख्य रूप से गणित व विज्ञान के प्रश्न होंगे।
केंद्रीय विद्यालय संगठन, लखनऊ संभाग के असिस्टेंट कमिश्नर, टीपी गौड़ ने बताया कि इस प्रतियोगिता के जरिए बच्चों की बौद्धिक शक्ति का परीक्षण कर गणित, विज्ञान के अलावा समसामयिक विषयों में उनकी जानकारी और पढ़ाई का स्तर पता करना है। विकसित देशों में प्रतिभावान बच्चों की पढ़ाई का स्तर क्या है? किस देश की क्वालिटी एजूकेशन का स्तर क्या है? इसका मापदंड ओईसीडी तय करेगी।