Ayodhya Ram Temple: बाराबंकी में बजरंग दल के प्रांत संयोजक ने कहा, रामभक्तों से माफी मांगें संजय सिंह और पवन पांडेय’
Ayodhya Ram Temple बजरंग दल के अवध प्रांत संयोजक सुनील सिंह ने अयोध्या में जमीन खरीद को लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर आरोप लगाने वाले आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह और सपा नेता पवन पांडेय को रामभक्तों से माफी मांगने के लिए कहा है।
बाराबंकी, जेएनएनः अयोध्या में जमीन खरीद को लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर आरोप लगाने वाले नेताओं के प्रति बजरंग दल के अवध प्रांत संयोजक सुनील सिंह ने नाराजगी जताई है। उन्होंने जारी विज्ञप्ति में कहा कि बिना पुख्ता जानकारी के गलत आंकड़े पेश कर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह और सपा नेता व पूर्व मंत्री तेज नरायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय ने जनता और रामभक्तों को गुमराह करने का काम किया है। इसके लिए इन्हें रामभक्तों से माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि संजय सिंह और पवन पांडेय ने ट्रस्ट पर आरोप लगाकर कीचड़ उछालने का काम किया है, जबकि ट्रस्ट ने जमीन खरीद मेें पूरी पारदर्शिता बरती है। कहा, मंदिर और ट्रस्ट के खिलाफ किसी भी साजिश को बजरंग दल और विहिप कार्यकर्ता सफल नहीं होने देंगे। यदि इन नेताओं ने रामभक्तों से माफी नहीं मांगी तो इनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन करेंगे।
एक पाई न देने वाले लगा रहे आरोप: बजरंग के प्रांत संयोजक ने कहा कि जिन रामभक्तों ने मंदिर के लिए अपनी गाढ़ी कमाई का अंशदान किया है। उन्हें ट्रस्ट पर पूरा भरोसा है। आरोप वह लोग लगा रहे हैं जिन्होंने मंदिर के लिए एक पाई भी नहीं दी है। ऐसे लोग अनावश्यक सवाल उठाकर ट्रस्ट की छवि को धूमिल करना चाहते हैं और श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य का बाधित करना चाहते हैं। ऐसा कतई नहीं होने दिया जाएगा।
श्रीराम मंदिर निर्माण में बाधा पहुंचाने वालों को माफ नहीं करेगी जनताः अयोध्या में श्रीराम राम मंदिर निर्माण के लिए जमीन प्रकरण में विपक्ष की भूमिका पर गुरुवार को भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष राम बाबू द्विवेदी ने कड़ी नाराजगी जताई। बदोसराय में उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वोट की राजनीति में श्रीराम मंदिर निर्माण में बाधा पहुंचाने का काम विपक्ष कर रहा है लेकिन जनता इसकी सजा उन्हें जरूर देगी। उन्होंने कहा कि मंदिर के लिए हर वर्ग के लोगों ने सहयोग राशि दी। लेकिन, सवाल उठाने वालों ने रामकाज में भी कोई आर्थिक सहयोग नहीं किया।