लखनऊ का समतामूलक चौराहा बनेगा 'Happy Street', टैक्सी ड्राइवर भी पहनेंगे यूनिफॉर्म
लखनऊ में स्मार्ट सिटी को लेकर हुई बैठक में लिए गए कई अहम फैसले। प्राइवेट टैक्सी चालकों की होगी यूनिफार्म।
लखनऊ, जेएनएन। स्मार्ट सिटी की चर्चा, योजना और परिकल्पना को कागजों से उतारकर अमली जामा पहनाने के लिए प्रशासनिक मशीनरी सक्रिय हो गई है। मंगलवार को बोर्ड की बैठक में तय किया गया कि प्राइवेट टैक्सी चालकों की एक यूनिफार्म होगी। समतामूलक चौक को हैप्पी स्ट्रीट में बदला जाएगा।
स्मार्ट सिटी कार्यालय में मंडलायुक्त मुकेश मेश्रम, डीएम अभिषेक प्रकाश, ज्वांइट कमिश्नर पुलिस नवीन अरोड़ा की मौजूदगी में बैठक हुई। मंडलायुक्त ने कहा कि शहर में सभी प्राइवेट टैक्सी चालकों की एक यूनिफॉर्म तय होगी, ताकि उनकी आसानी से पहचान हो सके। समतामूलक चौराहे को हैप्पी स्ट्रीट में बदला जाएगा। यहां पर लोग परिवार के साथ आकर समय गुजार सकें। यहां पर फूड स्ट्रीट विकसित की जाएगी जिसमें फूड ट्रक खड़ा करने के लिए स्थान दिया जाएगा।
आइआइएम इंदौर करेगा मदद : मंडलायुक्त ने कहा कि पूरे शहर की पार्किंग व्यवस्था स्मार्ट सिटी एप से संचालित की जाएगी। लोग आसानी से एप के माध्यम से अपने के लिए पार्किंग स्पेस बुक कर सकते हैं। डीएम ने बताया कि इंदौर आइआइएम के साथ करार किया है, जिससे यहां पर ट्रांसपोर्ट सिस्टम को सुधारने में मददगार होगा। वन सिटी-वन कार्ड योजना भी जल्द लागू होगी।
मंत्री ने समझा इंटिग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम
राजधानी में स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम से कैसे निगरानी होगी। शहर में यातायात कितना सुगम होगा। यह जानने और समझने के लिए प्रदेश के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन मंगलवार को अचानक लालबाग स्थित स्मार्ट सिटी कार्यालय पहुंचे। पूरे कार्यालय का निरीक्षण किया। इंटिग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को समझा।
दस चौराहे स्पीड वायलेशन डिटेक्शन से होंगे लैस
दुर्घटना व अप्रिय घटनाओं को अंजाम देने वालों के वाहनों की नंबर प्लेट की पहचान करने की जानकारी भी ली। अफसरों ने बताया कि शहर के प्रमुख दस चौराहों को स्पीड वायलेशन डिटेक्शन तकनीकि से भी लैस किया है।
ई-चालान की प्रक्रिया भी देखी
मंत्री ने ट्रैफिक नियमों का पालन न करने वालों का ई-चालान होने की प्रक्रिया जानी। स्मार्ट सिटी से जुड़े अफसरों ने इंटिग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को लेकर राजधानी में जो पूरी व्यवस्था की गई है, निरीक्षण के दौरान स्मार्ट सिटी की समीक्षा भी की। आइटीएमएस कंट्रोल रूम में देखा, कैसे कंट्रोल रूम में बैठा शख्स हर व्यक्ति पर नजर रखता है।