Sakat Chauth 2021: माघी चतुर्थी सकट व्रत 31 को, श्रीगणेश पूजन से दूर होंगे संकट; जानिए शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
Sakat Chauth 2021 आचार्य आनंद दुबे ने बताया कि इस दिन जो महिलाएं सकट चौथ के दिन निर्जला व्रत रखती हैं और विधि विधान से श्री गणेश भगवान की पूजा करती हैं उनकी संतान को कोई कष्ट नहीं होता।
लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय]। Sakat Chauth 2021: संतान सुख की कामना का पर्व सकट 31 जनवरी को है इस दिन महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रख संतान के कष्टों को दूर करने की कामना करती हैं। चंद्रोदय के दौरान अर्घ्य देकर विधि विधान से पूजन करती हैं। इस दिन किसी भी प्रकार के नमक का सेवन नहीं करना चाहिए । बाजारों में भी तिल के लड्डू रामदाना व गुड़ की पट्टी की दुकाने सज गईं हैं। माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को सकट या तिल कूट चतुर्थी के नाम से जाना जाता है । वर्ष की सभी चार महत्वपूर्ण चतुर्थियों में यह सबसे उत्तम मानी गई है। यह पर्व श्री गणेशजी के जन्म दिन के रूप में भी मानाया जाता है। आचार्य शक्तिधर त्रिपाठी ने बताया कि इस वर्ष की चतुर्थी का व्रत 31 जनवरी रविवार को होगा ।
चंद्रमा के उदय होने का समय लखनऊ रात्रि 8:26 बजे नैनीताल रात्रि 8:35 बजे देवरिया रात्रि 8:15 बजे दिल्ली रात्रि 8:40 बजे सूरत रात्रि 9:02 बजे जम्मू रात्रि 8:47 बजे गोरखपुर रात्रि 8:16 बजे कुशीनगर रात्रि 8:16 बजे
ऐसे करें पूजन
आचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि सुबह स्नान के साथ लाल रंग का वस्त्र धारण करना श्रेयस्कर है। श्री गणेश भगवान के साथ लक्ष्मी जी की भी मूर्ति रखकर पूजन करना चाहिए। दिनभर निर्जला व्रतबके बाद रात को चांद को अर्घ्य देकर विधि विधान से श्री गणेश जी की पूजा करना चाहिए। किसी प्रकार का नमक नहीं खाना चाहिए। फलाहार उत्तम होता है। 21 दूर्वा और बेशन के लड्डू जरूर चढ़ाने चाहिये।
यह है मान्यता
आचार्य आनंद दुबे ने बताया कि इस दिन जो महिलाएं सकट चौथ के दिन निर्जला व्रत रखती हैं और विधि विधान से श्री गणेश भगवान की पूजा करती हैं, उनकी संतान को कोई कष्ट नहीं होता। इस दिन भगवान गणेश और चंद्रमा की पूजा करने से दुख समृद्धि आती है।