आरपीएफ के हत्थे चढ़ा टिकट दलाल, 37 हजार नगद बरामद

लखनऊ में रेलवे सुरक्षा बल लखनऊ ने बढ़नी से टिकट दलालों को गिरफ्तार किया गया दबोचे गए मुंबई टिकटों की कालाबाजी नहीं रही है रुक अवैध साफ्टवेयर का दलाल कर रहे हैं इस्तेमाल। दलालों के पास से 37 हजार रुपये बरामद किया गया।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 09:18 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 06:03 AM (IST)
आरपीएफ के हत्थे चढ़ा टिकट दलाल, 37 हजार नगद बरामद
लखनऊ में आरपीएफ ने पकड़े टिकट दलाल, 37 हजार नगद बरामद किए गए।

लखनऊ, जेएनएन। रेल सुरक्षा बल लखनऊ ने बढ़नी से टिकट दलालों को गिरफ्तार किया है। दलाल के पास से मुंबई जाने वाले पुष्पक एक्सप्रेस के टिकट, 37 हजार रुपये, दो लैपटॉप, दो मोबाइल और प्रिंटर के साथ गिरफ्तार किया है। टीम ने तलाशी में नौ आरक्षित ई टिकट, छह पर्सनल आइडी, आठ टिकट ऐसे थे, जिन पर यात्रा हो चुकी थी। इन टिकटों की कीमत करीब 19 हजार से अधिक है।

लखनऊ जंक्शन के पोस्ट कमांडर राजेश कुमार ने बताया शनिवार को बढ़नी स्थित चाफा बाजार से शत्रुहन कसौधन नामक दलाल पकड़ा गया है। दलाल के मुताबिक यात्री ओम प्रकाश, बेचन, राम उजागर और तीरथ से दो दो हजार रुपये टिकट मूल्य के अतिरिक्त लिया गया था। दलाल ने बताया कि उसका साथी मंजूर निवासी दुतुलपुर जिला बलरामपुर का भी नाम बताया, जो ई टिकटों के धंधे में लगा है। पूछताछ में बताया कि अवैध एएनएमएस सॉफ्टवेयर का प्रयोग होना पाया गया है। आरपीएफ ने दलालों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। वहीं आरपीएफ साथी की तलाश में टीमें गठित करके संबंधित जिले भेजी गई हैं।

साइबर जालसाजों ने चार के खातों से निकाले रुपये

साइबर अपराधियों ने चार लोगों के खाते से एक लाख पांच हजार रुपये निकाल लिए। छोटा भरवारा गोमती नगर निवासी ज्ञान रंजन सिन्हा के मुताबिक 18 सितंबर को उन्होंने फोन पर यूपीआइ से फास्ट टैग का रिचार्ज किया था, लेकिन पेमेंट नहीं हुआ।इस पर पीड़ित ने कस्टमर केयर नंबर पर संपर्क किया। खुद को कस्टमर केयर का कर्मचारी बताकर जालसाज ने ज्ञान रंजन को एनीडेस्क एप डाउनलोड कराया और खाते से 50 हजार रुपये पार कर दिए। वहीं, तकरोही इंदिरानगर निवासी अशोक कुमार श्रीवास्तव के एटीएम कार्ड का क्लोन बनाकर ठगों ने 10 हजार, स्नेहनगर कृष्णानगर निवासी सुनीति के खाते से तीन बार में 25 हजार और सरदारी खेड़ा निवासी सतनाम सिंह के खाते से 20 हजार रुपये निकाल लिए। पीड़ितों ने एफआइआइ दर्ज कराकर कार्यवाही की मांग की है।

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