लखनऊ में रोडवेजकर्मियों का मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन, एक नवंबर तक मांगे पूरी न होने पर दी सामूहिक अवकाश पर जाने की चेतावनी
Roadways Employees Protest उप्र रोडवेज कर्मचारी संघ एवं भारतीय परिवहन मजूदर संघ के नेतृत्व में गुरुवार को परिवहन निगम मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी नेताओं ने दस सूत्रीय मांगे उठाईं एक नवंबर तक पूरी न होने पर सामूहिक अवकाश की धमकी दी।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। उप्र रोडवेज कर्मचारी संघ एवं भारतीय परिवहन मजूदर संघ के नेतृत्व में गुरुवार को परिवहन निगम मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन किया गया। जमकर नारेबाजी की गई। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी नेताओं ने दस सूत्रीय मांगे उठाईं और चेतावनी देते हुए कहा कि अगर संघ की मांगों को तवज्जो न मिली तो पहली नवंबर की मध्य रात्रि से सभी रोडवेज कर्मी सामूहिक अवकाश पर चले जाएंगे। इससे संचालन में बाधा होगी। इसकी जिम्मेदारी परिवहन निगम प्रशासन की होगी।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि कार्यशाला में बसों के रखरखाव के लिए जरूरी सामान नहीं है। इससे सूबे में करीब 2200 बसें खड़ी हो गई हैं। इससे न केवल यात्रियों को दिक्कत हो रही है बल्कि आय पर भी बड़ा अंतर आ रहा है। तमाम दावों के बावजूद बड़े पैमाने पर डग्गामार बसों का संचालन किया जा रहा है इसे अविलंब रोका जाए। लंबे समय से संविदाकर्मियों के देयकों में कोई वृद्धि नहीं की गई है। निजी बसों का टैक्स कम किया जा रहा है वहीं रोडवेज बसों के टैक्स में बढ़ोत्तरी कर दी गई है। पचास फीसद आय की बाध्यता को खत्म किए जाने और पहले की तरह ही परिवहन निगम को राजकीय रोडवेज घोषित किए जाने समेत कई अन्य मुद्दे कर्मचारी नेताओं ने उठाए। कर्मचारियों को कोई चिकित्सा व ईएसआई की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है। दीपावली का त्योहार नजदीक है। ऐसे में परिवहन निगम में कार्यरत नियमित और संविदा कमिर्यों को दीपावली के पूर्व बोनस अनुग्रह राशि का भुगतान कई वर्षों से नहीं किया गया है। निगम प्रबंधन इस पर तत्काल फैसला ले।
कार्यक्रम में उप्र. रोडवेज कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्रीकांत अवस्थी, चतर सिंह, अनिल कुमार उपाध्याय, प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, रमाकांत त्यागी, राजीव त्यागी, संजीव तिवारी, संतोष कुमार मिश्र, अवधेश शर्मा, रजनीश मिश्र, रमाकांत सचान, अरुण कुमार सिंह आदि कई कर्मचारियों की मौजूदगी रही।