यूपी में इस बार वोल्वो और स्कैनिया नहीं, दीपावली पर चलेंगी रोडवेज की एसी जनरथ बसें
रोडवेज बेडे़ से अनुबंधित वॉल्वो-स्कैनिया बसों का संचालन किया जाता था। किराया महंगा होने के बाद भी यात्री इन लग्जरी सेवाओं को ज्यादा तरजीह देते थे। लेकिन कोरोना काल में यात्री न होने की वजह से प्रबंधन ने अपनी शर्तों में बदलाव किया।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। इस बार वोल्वो, स्कैनिया नहीं, दीपावली पर रोडवेज की एसी जनरथ आपका सफर आसान करेंगी। इसे लेकर परिवहन निगम के लखनऊ रीजन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। पर्व को देखते हुए 31 अक्टूबर से बसों का संचालन शहर के चारो प्रमुख बस स्टेशनों से शुरू कर दिया जाएगा। रोडवेज प्रबंधन यात्रियों की सुविधा के लिए इन बसों में आनलाइन टिकट बुकिंग की भी व्यवस्था देगा।
दरअसल रोडवेज बेडे़ से अनुबंधित वॉल्वो-स्कैनिया बसों का संचालन किया जाता था। किराया महंगा होने के बाद भी यात्री इन लग्जरी सेवाओं को ज्यादा तरजीह देते थे। लेकिन कोरोना काल में यात्री न होने की वजह से प्रबंधन ने अपनी शर्तों में बदलाव किया। इसके बाद से यह बसें अब बंद हैं। दीपावली का त्योहार नजदीक देख परिवहन निगम ने विकल्प के तौर पर अपनी 125 एसी जनरथ बसों को सड़क पर उतारने का फैसला लिया। अन्य रूटों से हटाकर इन सेवाओं का संचालन रोडवेज प्रशासन अपने त्योहारी सीजन में करेगा। इन बसों में एक ओर तीन तो दूसरी ओर दो सीट यानी सीटिंग व्यवस्था थ्री बाई टू है।
वॉल्वो और स्कैनिया से होगा किराया सस्ता : इनका एसी जनरथ सेवाओं का किराया साधारण बसों से थोड़ा अधिक होगा और लग्जरी सेवाओं से काफी कम होगा। राजधानी लखनऊ से सबसे ज्यादा भीड़ वाले छह मुख्य मार्गों पर इन्हें दीपावली पर्व के दौरान चलाया जाएगा। यात्री इन बसों में सीट के लिए एडवांस बुकिंग भी करा सकेंगे। यात्रियों का सर्वाधिक दबाव दिल्ली पर होगा। मौजूदा वक्त दिल्ली रूट पर 32 एसी जनरथ बसें चल रही हैं। हाई एंड बसों का अनुबंध खत्म होने के बाद अब यात्रियों के पास जनरथ का विकल्प है। राजधानी लखनऊ के आलमबाग टर्मिनल, कैसरबाग बस अड्डा, चारबाग बस स्टेशन और कमता से इन बसों को चलाया जाएगा। सीटों की अग्रिम बुकिंग के लिए भी वेबसाइट जल्द ही खोली जा रही है। परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव बोस ने बताया कि दिल्ली, गोरखपुर, जयपुर, वाराणसी, मुज्जफ्फरपुर, देहरादून आदि शहरों के बीच इन एसी जनरथ बसों को लगाया जाएगा। दो दिन में तैयारियां और रूट चार्ट को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।