UP में तबाही मचा शांत होने लगीं नदियां, CM योगी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का किया निरीक्षण

उत्तर प्रदेश में नदियां कई दिनों तक अपना रौद्र रूप दिखाने के बाद अब धीरे-धीरे शांत होने लगी हैं। हालांकि अभी भी कई स्थानों से खतरा टला नहीं है और लोगों की दुश्वारियां ज्यों की त्यों बरकरार है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Fri, 20 Sep 2019 09:14 PM (IST) Updated:Sat, 21 Sep 2019 12:03 AM (IST)
UP में तबाही मचा शांत होने लगीं नदियां, CM योगी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का किया निरीक्षण
UP में तबाही मचा शांत होने लगीं नदियां, CM योगी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का किया निरीक्षण

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में नदियां कई दिनों तक अपना रौद्र रूप दिखाने के बाद अब धीरे-धीरे शांत होने लगी हैं। हालांकि अभी भी कई स्थानों से खतरा टला नहीं है और लोगों की दुश्वारियां ज्यों की त्यों बरकरार है। सैकड़ों गांव बाढ़ के पानी में घिरे हुए हैं और हजारों लोग बेघर हैं।

बाढ़ के चलते मची तबाही को देखने और राहत व बचाव कार्यों का निरीक्षण करने शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गाजीपुर, वाराणसी और प्रयागराज पहुंचे। तीनों जिलों में हेलीकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण करने के साथ ही सीएम योगी वाराणसी में एनडीआरएफ की रबर बोट पर सवार होकर बाढ़ ग्रस्त इलाकों में गए। बाढ़ पीड़ितों में राहत सामग्री का वितरण करने के साथ ही सीएम ने प्रशासन को निर्देश दिया कि हर हाल में प्रभावित लोगों के बीच 24 घंटे के भीतर राहत सामग्री पहुंचाएं। कहा कि राहत शिविरों में मेन्यू के मुताबिक भोजन व नाश्ता तथा शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए। बाढ़ प्रभावित हर जिले को पर्याप्त धनराशि सरकार की ओर से दी गई है। पीड़ितों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। 

फतेहपुर में यमुना का जलस्तर बढ़ा

फतेहपुर में यमुना के जलस्तर बढ़ने से पल्टूपुर, गौरीऔरा दसौली गांव के चार सौ से अधिक परिवारों ने विस्थापित होकर टीलों में डेरा डाल दिया है। कानपुर देहात में यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे नीचे उतरने लगा है। अभी भी भोगनीपुर तहसील क्षेत्र के करीब 50 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। औरैया में यमुना का जलस्तर स्थिर होने के बाद देर रात से घटना शुरू हो गया है। चित्रकूट में यमुना में बाढ़ से करीब डेढ़ दर्जन गांव पानी में घिरे है। बाढ़ का पानी तमाम घरो, दुकानों और संपर्क मार्गों में भरा है। बांदा में शुक्रवार को सुबह से केन का जलस्तर मंद गति से घटने लगा है। यमुना अभी भी खतरे के निशान से करीब तीन मीटर ऊपर बह रही है।

इटावा में चंबल नदी का जलस्तर घटा

इटावा में शुक्रवार को चंबल नदी का जलस्तर घटकर दोपहर 12 बजे तक 124.30 मीटर पर आ गया। चकरनगर तहसील के ढकरा गांव के पास सड़क धसक जाने के कारण पुल से सभी भारी वाहनों का आवागमन दूसरे दिन भी रोका गया। यमुना नदी भी खतरे के निशान से नीचे आ गई हैं। हमीरपुर में खतरे के निशान से करीब तीन मीटर यमुना व दो मीटर बेतवा बढऩे के बाद शुक्रवार दोपहर से घटने लगी। शुक्रवार सुबह नौ बजे बेतवा नदी में माताटीला बांध से एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे जल स्तर बढऩे की संभावना है।

24 घंटे में हर हाल में पहुंच जाए राहत सामग्री : मुख्यमंत्री

पूर्वांचल में बाढ़ के चलते मची तबाह को देखने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राहत शिविरों में खान-पान से लेकर अन्य जरूरी सुविधाओं में किसी प्रकार की कोई कमी न रहे। बाढ़ का पानी उतरने के साथ ही बीमारियां फैलेंगी, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग पहले से ही अपनी कार्ययोजना तैयार कर ले। वाराणसी में सीएम एनडीआरएफ की मोटरबोट से सीएम योगी अस्सी से नगवां तक गए। बाढ़ में मकान के डूबने के चलते छतों पर शरण लिए कई पीडि़तों से सीएम ने बात की और भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ पूरी मुस्तैदी के साथ खड़ी है।

chat bot
आपका साथी