यूपी के विश्वविद्यालयों में अटके परिणाम, प्रवेश और पढ़ाई पर संकट; शासन ने तलब की रिपोर्ट

प्रदेश के कई विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में प्रवेश परीक्षा का परिणाम जारी न होने से स्नातक व स्नातकोत्तर कक्षाओं में प्रवेश व पढ़ाई पर संकट खड़ा हो गया है। शासन ने संज्ञान लिया है और निर्देश दिया है कि जल्द रिजल्ट जारी करके शैक्षिक सत्र शुरू करने की रिपोर्ट भेजें।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 08:54 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 08:54 AM (IST)
यूपी के विश्वविद्यालयों में अटके परिणाम, प्रवेश और पढ़ाई पर संकट; शासन ने तलब की रिपोर्ट
सरकार ने निर्देशित किया है कि स्नातक प्रथम वर्ष के लिए प्रवेश परीक्षा की प्रक्रिया पांच अगस्त से शुरू हो।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ: प्रदेश के कई विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में प्रवेश परीक्षा का परिणाम जारी न होने से स्नातक व स्नातकोत्तर कक्षाओं में प्रवेश व पढ़ाई पर संकट खड़ा हो गया है। इसका शासन ने संज्ञान लिया है और निर्देश दिया है कि जल्द रिजल्ट जारी करके शैक्षिक सत्र शुरू करने की रिपोर्टभी भेजें। शासन ने चार अगस्त को शिक्षा निदेशक उच्च शिक्षा, राज्य व निजी विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों को पत्र भेजकर निर्देश दिया था कि वे उच्च शिक्षा संस्थानों में 16 अगस्त से शैक्षिक सत्र शुरू कराएं।

स्नातक प्रथम वर्ष के लिए प्रवेश परीक्षा की प्रक्रिया पांच अगस्त से शुरू हो। जिन संस्थानों में स्नातक प्रथम वर्ष में 12वीं के परिणाम के आधार पर प्रवेश होना हो वहां एक सितंबर से पढ़ाई हो और जिन संस्थानों में प्रवेश परीक्षा का प्रविधान हो वहां 13 सितंबर से पठन-पाठन शुरू कराया जाए। इसके अलावा जहां पर स्नातक द्वितीय वर्ष की लिखित परीक्षा कराई गई है उनका परिणाम 31 अगस्त तक जारी करके छह सितंबर से तृतीय वर्ष की पढ़ाई कराएं। 

प्रमुख सचिव सुभाष चंद्र शर्मा ने शिक्षा निदेशक व कुलसचिवों को भेजे पत्र में लिखा है कि शासन के संज्ञान में आया है कि कई विश्वविद्यालयों ने अब तक परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया है इससे शैक्षिक सत्र शुरू नहीं हो सका है। उन्होंने आदेश दिया है कि सभी विश्वविद्यालय व महाविद्यालय जल्द परिणाम घोषित करें। साथ ही प्रवेश प्रक्रिया भी पूरी की जाए। रिजल्ट घोषित करने, प्रवेश देने और पढ़ाई शुरू कराने की सूचना शासन को भी भेजी जाए। बता दें कि बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं अपनी रेगुलर पढ़ाई को लेकर काफी चिंतित हैं। परिणाम घोषित न होने के चलते वे प्रवेश से भी वंचित हैं। हालांकि, शासन ने अब इस मामले को गंभीरता से लिया है। इसकी वजह से छात्राों की उम्मीद थोड़ी बढ़ी है। 

chat bot
आपका साथी