लखनऊ में वैक्सीनेशन के लिए अब पंजीकरण जरूरी नहीं, शत प्रतिशत टीकाकरण कराने वाले होंगे सम्मानित
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में ज़िला प्रशासन लखनऊ द्वारा 26 नवंबर 2021 से टीकाकरण के लिए पहले से पंजीकरण कराने की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है। वॉक इन टीकाकरण व्यवस्था शुरू सभी टीकाकरण केंद्रों पर आदेश का पालन करने के निर्देश।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। अब राजधानी में टीकाकरण कराने के लिए किसी प्रकार के पंजीकरण की जरूरत नहीं पड़ेगी। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में ज़िला प्रशासन लखनऊ द्वारा 26 नवंबर 2021 से टीकाकरण के लिए पहले से पंजीकरण कराने की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है। अब जनपदवासी बिना पंजीकरण के सीधे टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचकर टीकाकरण करा सकते है। पहले से रजिस्ट्रेशन कराने की कोई आवश्यकता नहीं होगी।
उन्होंने जनपदवासियों से अपील की है कि वॉक इन टीकाकरण व्यवस्था का लाभ उठाते हुए अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण केंद्रों में पहुंच कर पंजीकरण कराए। उन्होंने बताया कि उक्त अभियान में कोविशल्ड एवं को वैक्सीन दोनों प्रकार की वैक्सीन का प्रयोग करते हुए लाभार्थियों को प्रथम एवं द्वितीय खुराक से लाभान्वित किया जाएगा। जिलाधिकारी द्वारा बैठक में आए हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिन लोगों के द्वितीय डोज़ लगनी है और उन्होंने अभी तक टीकाकरण नहीं कराया है, उनके लिए 28 नवम्बर से दो दिसम्बर 2021 तक 5 दिनों का सघन अभियान चलाया जाए।
द्वितीय डोज़ वाले सभी लाभार्थियों का टीकाकरण संतृप्त करना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही साथ जिन लोगों ने अभी तक पहली डोज़ भी नही ली है उनको भी इस अभियान में संतृप्त करना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही कॉमन साइट्स जैसे बैंक, राशन शाप, हाट बाजार व मेला साइट आदि पर टीकाकरण शिविर का आयोजन करना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही निर्देश दिया कि उक्त 5 दिनों के अभियान के लिए माइक्रोप्लान बनवाकर उसको लागू किया जाए। साथ ही साथ अधिक संख्या में टीकाकरण कराने के उद्देश्य से ब्लाक प्रमुख, ग्राम प्रधान, पार्षद, एनजीओ, बीडीसी आदि से सम्पर्क कर उनको गेस्ट बना कर उनके द्वारा अधिक से अधिक लाभार्थियों को टीकाकरण केंद्रों पर मोबिलाइज़ किया जाए।
डीएम के मुताबिक राजधानी में 37,44,135 के लक्ष्य के सापेक्ष कुल 50,26,848 डोज़ लाभार्थियों को दी जा चुकी है। इसमें 32,55,772 (86.95%) लाभार्थियों को प्रथम डोज़ एवं 17,71,076 (47.30%) लाभार्थियों को द्वितीय डोज़ दी जा चुकी है।