कोरोना काल में श्रीराममय होगी लक्ष्मण नगरी, श्रीराम चरित मानस पर गायन का बनेगा रिकार्ड

कोरोना संक्रमण काल में लक्ष्मणनगरी में श्रीराम चरित मानस पर आधारित गायन का नया का रिकॉर्ड बनाने की तैयारी पूरी हो गई है। मीरजापुर के मूल निवासी डा.समीर त्रिपाठी रामनवमी के दिन 21 अप्रैल को रामायण गायन में विश्वकीर्तिमान कायम करने को तैयार है।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 12:45 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 12:45 PM (IST)
कोरोना काल में श्रीराममय होगी लक्ष्मण नगरी, श्रीराम चरित मानस पर गायन का बनेगा रिकार्ड
इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में नाम दर्ज कराने वाले डा. समीर त्रिपाठी रामनवमी पर बनाएंगे नया रिकॉर्ड।

लखनऊ [जितेंद्र उपाध्याय]। कोरोना संक्रमण काल में लक्ष्मणनगरी में श्रीराम चरित मानस पर आधारित गायन का नया का रिकॉर्ड बनाने की तैयारी पूरी हो गई है। मीरजापुर के मूल निवासी डा.समीर त्रिपाठी रामनवमी के दिन 21 अप्रैल को रामायण गायन में विश्वकीर्तिमान कायम करने को तैयार है। आशियाना में रहकर 50 की उम्र पार कर चुके डा.समीर त्रिपाठी कहते हैं कि हर काल हमे कुछ नया करने को विवश करता है। कोरोना काल के इस विपरीत समय में आध्यात्म की लगन से अच्छा कुछ नहीं है। बस इसी मंशा के चलते यह निर्णय लिया है। यूट्यूब के माध्यम से इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में होने वाले कार्यक्रम का घर बैठे अवलोकन की तैयारी भी चल रही है। वह अपने पिता स्व० शिवदत्त त्रिपाठी द्वारा लिखित गीता वाणी नामक पुस्तक से प्रेरित होकर श्रीमद्भगवतगीता, शिवस्त्रोत, नारद उवाच आदि मंत्रों को अपनी सुरीली आवाज में पिरोया है। संपूर्ण श्रीरामचरितमानस को अपनी आवाज में अर्थ सहित गा कर विश्व कीर्तिमान करने को बेताब हैं।

डा. समीर त्रिपाठी ने बताया कि इस ऐतिहासिक आध्यात्मिक उपलब्धि को इंडिया रिकार्ड्स व हाई रेंज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज करा चुके हैं। उन्होंने बताया भारतीय समाज जिस पश्चिमी सभ्यता का अंधानुकरण करता है वही सभ्यता शांति की खोज में भारत भूमि का वरण करती है। संपूर्ण समाज को सही मार्गदर्शन देने वाला हमारा ग्रंथ रामायण अभी तक अर्थ सहित स्वर लहरियों में नहीं पिरोया गया है। इसलिए मुझे यह स्व-प्रेरणा मिली कि रामायण को अर्थ सहित गाकर समाज को एक नई दिशा प्रदान की जा सकती है जिससे हमारी जो युवा पीढ़ी अपने संस्कारों व अनमोल ग्रंथों से दूर होती जा रही है उसका कुछ मार्गदर्शन किया जा सके। आध्यात्म के प्रति प्रेम उन्हें अपने पिता से विरासत में मिला है।एक निजी कंपनी के निदेशक डा. समीर त्रिपाठी व्यापार की जिम्मेदारियों को निभाते हुए स्वयं का स्टूडियो बनाकर आध्यात्म व भगवत भजन की अपनी एक अलग संगीतमय दुनिया बनाई है जिसमें उनके संगीतकार सहयोगी बराबर उनका साथ देते है। इसी सहयोग के चलते आगामी रामनवमी के पावन पर्व पर वह अपने अध्यात्म यू ट्यूब चैनल की शुरुआत करेंगे।

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