RBI का नया सर्कुलर बुजुर्गों के लिए मुसीबत, FD रीन्यू न कराने पर अब मिलेगा बचत खाते का ब्याज

अभी तक बैंकों द्वारा फिक्स्ड डिपाजिट की मैच्‍योरिटी (मियाद) पूरी होने की दशा में यदि ग्राहक उसे रिन्यू कराने के लिए बैंक नहीं पहुंचता था तो बैंक उसे ऑटोमैटिक (स्वत) पूर्व अवधि के लिए रिन्यू कर देता था। इस कारण बैंक ग्राहक भी निश्चिंत रहा करते थे।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 06 Jul 2021 06:07 AM (IST) Updated:Tue, 06 Jul 2021 06:19 PM (IST)
RBI का नया सर्कुलर बुजुर्गों के लिए मुसीबत, FD रीन्यू न कराने पर अब मिलेगा बचत खाते का ब्याज
एफडी की मियाद पूरी होने पर रिन्यू नहीं कराया तो बचत खाते पर मिलने वाला ब्याज मिलेगा।

लखनऊ, [पुलक त्रिपाठी]। बैंक के एफडी धारकों के लिए बड़ी खबर है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने कोरोना काल में फिक्स डिपॉजिट (एफडी) के नियमों में बड़े बदलाव का एलान किया है। इसके तहत अब तय सीमा तक ही एफडी पर ब्याज मिलेगा। एफडी की मियाद पूरी होने से पहले उसे अनिवार्य रूप से रिन्यू कराना होगा। तभी ग्राहक को फिक्स्ड डिपॉजिट पर तय ब्याज दर का लाभ मिलेगा।

दरअसल, अभी तक बैंकों द्वारा फिक्स्ड डिपाजिट की मैच्‍योरिटी (मियाद) पूरी होने की दशा में यदि ग्राहक उसे रिन्यू कराने के लिए बैंक नहीं पहुंचता था, तो बैंक उसे ऑटोमैटिक (स्वत:) पूर्व अवधि के लिए रिन्यू कर देता था। इस कारण बैंक ग्राहक भी निश्चिंत रहा करते थे। मगर 2 जुलाई को आरबीआइ ने इस नियम में बदलाव करने संबंधी फरमान जारी किया है। आरबीआइ के मुख्य महाप्रबंधक थॉमस मैथिव की ओर से जारी निर्देशों के तहत अब एफडी पर मियाद पूरी होने के बाद उस पर लगने वाला ब्याज तभी मिलेगा जब उसे समय रहते रिन्यू करा लिया जाएगा। अगर बैंक ग्राहक ने एफडी की मियाद पूरी होने तक रिन्यू नहीं कराया तो उसे एफडी पर बचत खाते पर मिलने वाला ब्याज मिलेगा।

कोरोना काल में बुजुर्गों को तगड़ा झटका

एक ओर कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार हर नागरिक से घर पर ही रहने (स्टे होम) की नसीहत दी रही हैं, वहीं दूसरी ओर आरबीआइ अपने इस सर्कुलर के जरिए लोगों को घर से निकलने पर मजबूर कर रहा हैं। गंभीर बात यह है कि आरबीआइ का यह आदेश कोरोना काल में बुजुर्गों के लिए तगड़ा झटका है। क्योंकि देश भर में वरिष्ठ नागरिकों की एक बड़ी संख्या है, जिन्होंने सेवानिवृत्त पर मिले पैसों की बैंकों में एफडी करवा रखी है। ऐसे में अगर आरबीआइ ने अपने निर्णय में संशोधन कर राहत न दी तो इसका खामियाजा बुजुर्गों को वरिष्ठ नागरिकों को उठाना पड़ सकता है।

कोरोना काल में एक ओर से बैंक कहते हैं कि घर पर रहिए सुरक्षित रहिए। बैंक घर पर ही बैंकिंग सुविधा देने का दावा करते हैं। उस पर एफडी को लेकर ऐसे निर्देश जारी करना कतई उचित नहीं हैं। हम बुजुर्गों ने एफडी ही तो करा रखी है, ऐसे में बार बार हम लोग बैंक कहां जा पाएंगे। आरबीआइ को तत्काल यह सर्कुलर वापस लेना चाहिए।    जस्टिस केडी शाही, (वरिष्ठ नागरिक) 

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