Ayodhya Ram Mandir News: विघ्न विनाशक के उप मंदिर से सज्जित होगा रामजन्मभूमि परिसर

Ayodhya Ram Mandir News अयोध्‍या में राम मंदिर के परकोटे में विघ्न विनाशक के साथ पांच अन्य वैदिक देवताओं के मंदिर का खींचा जा रहा खाका। मणिपर्वत के पृष्ठ में स्थित प्राचीन गणेशकुंड के भी कायाकल्प का छिड़ा विमर्श।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 05:30 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 05:30 PM (IST)
Ayodhya Ram Mandir News: विघ्न विनाशक के उप मंदिर से सज्जित होगा रामजन्मभूमि परिसर
रामनगरी में विघ्न विनाशक के प्रति समर्पित गणेश कुंड भी है, जो दशकों से उपेक्षित पड़ा है।

अयोध्या, [संवादसूत्र]। रामजन्मभूमि परिसर भव्य मंदिर निर्माण के साथ विघ्न विनाशक गणेश के उप मंदिर से भी सज्जित होगा। राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया आगे बढऩे के साथ विघ्न विनाशक के भी मंदिर का खाका खींचा जाने लगा है। इस उप मंदिर का निर्माण राम मंदिर के लिए प्रस्तावित छह एकड़ के परकोटे में ही किए जाने की तैयारी है और उप मंदिरों की श्रृंखला में विघ्न विनाशक के साथ सूर्य, शिव, विष्णु, ब्रह्मा एवं दुर्गाजी का भी मंदिर प्रस्तावित है। इन उप मंदिरों का निर्माण वैदिक परंपरा में पूजित-प्रतिष्ठित देवताओं को रामजन्मभूमि परिसर में संयोजित किए जाने की योजना के साथ किया जा रहा हैै।

विघ्न विनाशक का मंदिर इस तथ्य को भी ध्यान में रखकर प्रस्तावित है कि किसी भी पुण्य-पवित्र कार्य का शुभारंभ विघ्न विनाशक गणेश को नमन किए बिना नहीं होता। रामनगरी में विघ्न विनाशक के प्रति समर्पित गणेश कुंड भी है, जो दशकों से उपेक्षित पड़ा है। आज जब मंदिर निर्माण के साथ संपूर्ण रामनगरी के कायाकल्प की तैयारी चल रही है, तो मणिपर्वत के पृष्ठ में स्थित गणेशकुंड को भी नवजीवन प्रदान करने का विमर्श छिड़ गया है। रामनगरी के ईशानकोण पर एक अन्य गणेश मंदिर निर्माण की तैयारी में लगे रामदल के अध्यक्ष पं. कल्किराम के अनुसार यह बदलाव रामनगरी के सुख-सौभाग्य का सूचक है और विघ्न विनायक का मंदिर बनने के साथ इस संभावना को प्रत्यक्ष महसूस किया जा सकता है। 

आदि गंगा मां गोमती की शुरू हुई आरती : सरयू नदी के घाट पर होने वाली नित्य सरयू आरती की तर्ज पर गोमती नदी के कामाख्या तट पर भव्य आरती का शुभारंभ हुआ। विधायक रामचंद्र यादव व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि आलोक सि‍ंह रोहित ने संयुक्त रूप से आदि गंगा मां गोमती की आरती की। आरती के आयोजक कामाख्या भवानी पुजारी व रामकथा वाचक इंद्रेश कौशिक ने गोमती आरती के साथ ही दुरदुरिया का भी आयोजन किया। 101 मातृशक्तियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। विधि विधान से पूजा अर्चना की गई।

विधायक ने कहा कि गोमती तट से जुड़ा प्रसिद्ध मेधा मुनि आश्रम है, जिसे पर्यटक क्षेत्र में विकसित करने की योजना है। कहा, जल्द ही स्वीकृति मिल जाएगी। सिद्धपीठ मां कामाख्या धाम की धार्मिक यात्रा गोमती में स्नान-दर्शन से ही शुरू होती है। जिपं अध्यक्ष प्रतिनिधि ने आयोजक को गोमती आरती शुरू करने की बधाई दी और जिला पंचायत निधि से विकास कराने का आश्वासन दिया। आरती में जिला पंचायत सदस्य कंचन पासवान, निर्मल शर्मा, राकेश तिवारी, शीतलाप्रसाद शुक्ल, अजय शुक्ल सहित तमाम स्थानीय लोग शामिल रहे।

chat bot
आपका साथी