अब अवध विश्वविद्यालय में भी बनेगा राम मंदिर, विराजेंगे सीताराम

श्रीराम शोध पीठ के अंतर्गत स्थापित होगा मंदिर। उम्मीद है कि पखवारे भर में ही मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होगा।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 09:53 AM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 09:53 AM (IST)
अब अवध विश्वविद्यालय में भी बनेगा राम मंदिर, विराजेंगे सीताराम
अब अवध विश्वविद्यालय में भी बनेगा राम मंदिर, विराजेंगे सीताराम

अयोध्या, जेएनएन।  एक ओर जहां रामजन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण की तैयारियां चल रही हैं तो दूसरी ओर डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में राममंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस मंदिर में भगवान राम व मां सीता की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। नियमित तौर पर पूजा पाठ के लिए पुजारी की भी नियुक्ति होगी। उम्मीद है कि पखवारे भर में ही मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होगा। मंदिर, श्रीराम शोध पीठ के अंतर्गत स्थापित होगा। इसकी स्थापना श्रीराम के संपूर्ण जीवन चरित्र व मर्यादित आचरण आदि पहलुओं पर शोध के लिए होगी।

पूजन कराया गया 

कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित के कार्यभार संभालने के बाद शोधपीठ तब चर्चा में आई जब इसकी कमान संभालने वाले प्रो. अजय प्रताप स‍िंह ने यहां भव्य तरीके से रामार्चा पूजन कराया। गत दिनों इसी शोध पीठ के बगल में मंदिर निर्माण कराने का फैसला लिया गया।

मंद‍िर का नक्‍शा जल्‍द उपलब्‍ध कराने को कहा 

शुक्रवार को श्री रामवल्लभाकुंज के अधिकारी राजकुमारदास, नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास, कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित, प्रो. अजय प्रताप स‍िंह, कार्य परिषद सदस्य ओमप्रकाश स‍िंह, अभियंता आरके स‍िंह आदि ने स्थल का जायजा लिया। आर्किटेक्ट को यथाशीघ्र मंदिर का नक्शा देने के लिए भी कहा गया है। शोध पीठ के समन्वयक प्रो. अजय प्रताप स‍िंह ने बताया कि पूरी कोशिश है कि पखवारे भर के भीतर ही मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन हो जाए। 

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