Ayodhya Ram Mandir News: आम और खास एक साथ कर सकेंगे रामलला का दर्शन, बनेगी अलग लेन

ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने विशिष्टजन के बीच मंदिर निर्माण से जुड़ी इस विशिष्टता को साझा किया। बताया यदि कोई भी विशिष्टजन दर्शन को आए तो इसमें इस बात का ध्यान रखा गया है कि अन्य दर्शनार्थियों को रोका न जाए बल्कि साथ-साथ सभी को प्रभु का दर्शन मिले।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 06:20 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 03:05 PM (IST)
Ayodhya Ram Mandir News: आम और खास एक साथ कर सकेंगे रामलला का दर्शन, बनेगी अलग लेन
वीआइपी के आने पर भी आम श्रद्धालुओं का दर्शन नहीं होगा बाधित।

अयोध्‍या, [प्रवीण तिवारी]। श्रीरामजन्मभूमि पर बन रहे भव्य मंदिर में सभी को रामलला का सहज दर्शन होगा, इसका रोडमैप तैयार है। यहां आम व खास लोगों को साथ-साथ रामलला का दर्शन मिल सकेगा। मंदिर निर्माण कार्य के अंतर्गत श्रद्धालुओं की इन सुविधाओं का खास ख्याल रखा गया है। गर्भगृह की ओर जाने वाले दर्शन मार्ग को कुछ इस तरीके से निर्मित करने की योजना है, जिससे कि वीआइपी व आम रामभक्त साथ-साथ ही आराध्य के सम्मुख माथा टेक सकें।

ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने विशिष्टजन के बीच मंदिर निर्माण से जुड़ी इस विशिष्टता को साझा किया। बताया यदि कोई भी विशिष्टजन दर्शन को आए तो इसमें इस बात का ध्यान रखा गया है कि अन्य दर्शनार्थियों को रोका न जाए बल्कि साथ-साथ सभी को प्रभु का दर्शन मिले। दरअसल अधिकांश मंदिरों में वीआइपी कल्चर है। पीएम, सीएम, मंत्री या उच्चपदस्थ जन के पहुंचने पर भक्तजन को रोक दिया जाता है, पर ऐसा राम मंदिर में नहीं होगा। राम मंदिर बन कर तैयार हो जाने के बाद दर्शन करने वालों को ये सहूलियत होगी। अभी सामान्य श्रद्धालुओं में पुरुष व महिलाओं के दर्शन के लिए अलग-अलग मार्ग हैं। महासचिव ने बताया कि ट्रस्ट का लक्ष्य है कि दिसंबर 2023 में भव्य मंदिर में रामलला का दर्शन शुरू हो सके। नींव ढलाई का कार्य पूरा हो गया है। नींव के इस प्रतिष्ठान पर जल्द ही डेढ़ मीटर मोटी पत्थर की परत बिछाये जाने का कार्य शुरू हो जाएगा।

सुग्रीव किला से रामजन्मभूमि तक बनने वाले मार्ग पर हलचल : बिड़ला धर्मशाला के सामने से सुग्रीव किला होते हुए रामजन्मभूमि तक बनने वाली 90 फीट चौड़ी सड़क को बनाने की कवायद शुरू हो गई है। भूमि अधिग्रहण के बाद जिला प्रशासन ने भूस्वामियों से भूमि को खाली करने को कहा है। इस निर्देश के बाद क्षेत्र में हलचल है। कई भवन स्वामियों ने जो भवन गिराये जाने हैं, उनसे उपयोग की सामग्री को निकालना शुरू कर दिया है। यह मार्ग सात सौ मीटर लंबा होगा। एक अन्य मार्ग श्रृंगारहाट से राम मंदिर तक 850 मीटर लंबा बनाया जाएगा। इसके चौड़ीकरण को लेकर तैयारी है।

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