लखनऊ में हंगामे के बाद आश्रम पद्धत‍ि बाल‍िका विद्यालय एक सप्ताह के लिए बंद, घर भेजी गईं छात्राएं

कक्षा 10 और 12 की छात्राओं की चलेगी पढ़ाई राजकीय आश्रम पद्धति बालिका विद्यालय पहुंचे अभिभावक। समाज कल्याण विभाग ने एहतियात के चलते एक सप्ताह के लिए अवकाश घोषित कर अभिभावकों से शपथ पत्र के साथ छात्राओं को रखने की बात कही है।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 08:19 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 08:19 PM (IST)
लखनऊ में हंगामे के बाद आश्रम पद्धत‍ि बाल‍िका विद्यालय एक सप्ताह के लिए बंद, घर भेजी गईं छात्राएं
निदेशक समाज कल्याण राकेश कुमार ने बताया कि छात्राओं के हित में यह निर्णय लिया गया है।

लखनऊ, जागरण टीम। मोहान रोड स्थित राजकीय आश्रम पद्धति बालिका विद्यालय में बासी खाना देने के मामले में दो दिन चला हंगामा मंगलवार को छात्राओं की छुट़्टी के साथ समाप्त हुआ। समाज कल्याण विभाग ने एहतियात के चलते एक सप्ताह के लिए अवकाश घोषित कर अभिभावकों से शपथ पत्र के साथ छात्राओं को रखने की बात कही है। कक्षा छह से नौ व कक्षा 11 की छात्राओं के अभिभावकों को सूचित कर उन्हें घर ले जाने और एक सप्ताह बाद विद्यालय के नियमों के पालन और अनुशासन में रहने के शपथ पत्र के साथ उन्हें वापस लाने का निर्देश दिया। निदेशक समाज कल्याण राकेश कुमार ने बताया कि छात्राओं के हित में यह निर्णय लिया गया है। छात्राओं को भड़काने के मामले में विद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों की गुप्त रिपोर्ट तैयार की गई है, आरोपियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

इससे पहले निलंबित पूर्व प्रधानाचार्य वंदना त्रिवेदी ने फोन से छात्राओं से बात की और उन्हें समझाने का प्रयास किया। इसके बाद सोमवार की देर रात बुद्धेश्वर चौराहे पर डटी छात्राएं वापस गईं। जिला समाज कल्याण अधिकारी डा.अमरनाथ यती भी देर रात तक छात्राओं को मनाने में लगे रहे। वही बीमार सभी छात्राएं वापस आकर अपने अभिभावकाें के साथ चली गईं। नव नियुक्त प्रधानाचार्य अभिलाषा त्रिपाठी ने बच्चों को एक सप्ताह के अवकाश जाने से पहले सभी को समझाकर पढ़ाई में ध्यान देने का पाठ पढ़ाया।

घर जाने वाली छात्राओं को दिया सहमति पत्र की कापी : घर जाने वाले छात्राओं को विद्यालय प्रशासन की ओर से सहमति पत्र की काफी दी गई। जिसमें दर्शाया गया था कि मैं आश्वासन देती हॅू कि मैं विद्यालय छात्रावास के नियमों का पूर्णतः पालन करूंगी। किसी तरह की अनुशासनहीनता नहीं करूंगी तथा बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के विद्यालय परिसर से नहीं जाऊंगी। यदि मेरे द्धारा अनुशासनहीनता की जाती है तो मैं विद्यालय द्धारा निर्धारित दण्ड भुगतने के लिए तैयार रहूंगी। समाज कल्याण विभाग के उपनिदेशक श्रीनिवास द्विवेदी ने बताया कि विद्यालय के माहौल को देखते हुए छात्राओं को एक सप्ताह के लिए छुट्टी देकर घर भेजा गया है। जिसमें कक्षा 10 व 12 की छात्राओं की छुट्टी नहीं हुई है। उनकी बोर्ड की परीक्षा है। कांग्रेस पार्टी के नगर अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव के नेतृत्व प्रतिनिधि मंडन ने प्रधानाचार्य से मुलाकात कर आरोपी अधिकारियोें के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की।

chat bot
आपका साथी