बेटिकट यात्रियों से जुर्माना वसूलकर करोड़पति बना रेलवे, दो रेल मंडलों ने वसूले ढाई करोड़ रुपये
पूर्वोत्तर और उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने मात्र 15 दिनों तक टिकट चेकिंग की तो सारा खेल पकड़ा गया। दोनों ही रेल मंडलों ने बेटिकट यात्रियों से ढाई करोड़ रुपये जुर्माने में ही वसूल लिया। बिना मास्क सफर करते हुए 187 यात्रियों से 36400 रुपये का जुर्माना भी वसूला गया।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। रेलवे की सख्ती के बावजूद पिछले कई महीने से ट्रेनों में बेटिकट यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पूर्वोत्तर और उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने मात्र 15 दिनों तक टिकट चेकिंग की तो सारा खेल पकड़ा गया। दोनों ही रेल मंडलों ने बेटिकट यात्रियों से ढाई करोड़ रुपये जुर्माने में ही वसूल लिया।
पूर्वांचल से सबसे अधिक भीड़ मुंबई जाने वाली ट्रेनों में होती है। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की डीआरएम डा. मोनिका अग्निहोत्री के निर्देश पर रेलवे के चेकिंग दस्ते का गठन किया गया। लखनऊ रेल मंडल के सहायक वाणिज्य प्रबंधक सुरेश कुमार शंखवार के नेतृत्व में इन दस्तों ने पुष्पक एक्सप्रेस, कुशीनगर एक्सप्रेस, गोरखपुर एलटीटी सुपरफास्ट, अवध एक्सप्रेस , गोरखपुर पनवेल सहित कई महत्वपूर्ण ट्रेनों में छापेमारी की। इस दौरान सबसे अधिक बेटिकट यात्री सेकेंड सीटिंग क्लास में सफर करते धरे गए। बिना टिकट यात्रा करते हुए लखनऊ, गोंडा, बस्ती, गोरखपुर सहित कई रेलखंडों पर जांच के दौरान 21,339 यात्री पकड़े गए। उनसे 1.50 करोड़ रुपये जुर्माना वसूला गया।
इसी तरह बिना मास्क सफर करते हुए 187 यात्रियों से 36,400 रुपये का जुर्माना भी वसूला गया। पूर्वोत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी महेश कुमार गुप्ता ने बताया कि कमर्शियल अनुभाग की टीम ने बेटिकट यात्रियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इससे ट्रेनों में हो रही बेटिकट यात्रियों की भीड़ को भी नियंत्रित किया जा सकेगा। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने भी सीनियर डीसीएम जगतोष शुक्ल के नेतृत्व में 15 दिनों में छापेमारी कर 17,968 बेटिकट यात्रियों से एक करोड़ नौ हजार रुपये का जुर्माना वसूला।