रेलवे ने चारबाग और लखनऊ जंक्शन से इन ट्रेनों को ऐशबाग स्टेशन किया शिफ्ट, जानें- क्या है वजह

Indian Railways चारबाग रेलवे स्टेशन और लखनऊ जंक्शन से ट्रेनों के दबाव को कम करने के लिए रेलवे ने ऐशबाग-मानकनगर रेलखंड को विकसित किया है। अब इस सेक्शन की डबलिंग की जाएगी। जिसके बाद ऐशबाग से मानकनगर होते हुए कानपुर की ओर ट्रेनों की संचालन क्षमता में वृद्धि हो जाएगी।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Fri, 21 Jan 2022 01:32 PM (IST) Updated:Sat, 22 Jan 2022 07:39 AM (IST)
रेलवे ने चारबाग और लखनऊ जंक्शन से इन ट्रेनों को ऐशबाग स्टेशन किया शिफ्ट, जानें- क्या है वजह
बलिंग के बाद रेलवे कई और ट्रेनों को ऐशबाग स्टेशन पर शिफ्ट करने की तैयारी में है।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। चारबाग रेलवे स्टेशन और लखनऊ जंक्शन से ट्रेनों के दबाव को कम करने के लिए रेलवे ने ऐशबाग-मानकनगर रेलखंड को विकसित किया है। अब इस सेक्शन की डबलिंग की जाएगी। जिसके बाद ऐशबाग से मानकनगर होते हुए कानपुर की ओर ट्रेनों की संचालन क्षमता में वृद्धि हो जाएगी। इस डबलिंग के बाद रेलवे कई और ट्रेनों को ऐशबाग स्टेशन पर शिफ्ट करने की तैयारी में है।  

ऐशबाग स्टेशन को रेलवे ने सेटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित किया है। इससे दक्षिण भारत की ओर जाने वाली राप्तीसागर एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनों को लखनऊ जंक्शन और चारबाग की जगह ऐशबाग शिफ्ट किया गया है। ऐशबाग से मानकनगर स्टेशन के बीच सिंगल कार्ट लाइन रेलवे ने बिछायी है। जिससे ऐशबाग से ट्रेन लखनऊ जंक्शन न आकर सीधे मानकनगर की ओर रवाना हो जाती हैं। हालांकि, इस सिंगल लाइन पर सुबह छह से 10 और शाम सात से रात 11 बजे तक ट्रेनों की अधिक संख्या के कारण कई ट्रेनें रोक दी जाती हैं। एक ट्रेन रोककर दूसरी को पास करने में 15 से 20 मिनट का समय लगता है।

वहीं, मानकनगर स्टेशन की क्षमता भी कम होने के कारण ट्रेनें अमौसी और पिपरसंड तक रोकी जाती हैं। रेलवे अब आरडीएसओ से जमीन लेकर कार्ट लाइन बिछाएगा। पिछले दिनों आरडीएसओ और पूर्वोत्तर रेलवे के शीर्ष अधिकारियों के बीच जमीन के हस्तांतरण को लेकर सहमति बन गयी है। रेलवे इस साल जून तक दूसरी कार्ट लाइन बिछाने की तैयारी में है। वहीं रेलवे मानकनगर स्टेशन को भी विकसित करेगा। यहां दो लूपलाइन और बनाने के साथ प्लेटफार्मों की क्षमता भी बढ़ेगी। इससे कानपुर की ओर से आने वाली ट्रेनें मानकनगर से चारबाग और ऐशबाग की ओर बिना रूके निकल सकेंगी। रेलवे के इंजीनियरिंग अनुभाग ने इसे लेकर एक प्लान भी बनाया है। जिसे स्वीकृति के लिए रेलवे बोर्ड भेजा जाएगा।

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