रेलवे का सिस्टम जानने को लखनऊ से रायबरेली के लिए रवाना हुए बांग्लादेश के रेलमंत्री, डीआरएम ने भेंट किया चारबाग स्टेशन का माडल

भारत के रेलवे स्टेशनों के सिस्टम को समझने के लिए बांग्लादेश के रेलमंत्री नुरुल इस्लाम सुजान ने लखनऊ से रायबरेली तक स्पेशल ट्रेन से विंडो ट्रेलिंग की। डीआरएम ने उनको चारबाग रेलवे स्टेशन का माडल भेंट किया है।

By Vrinda SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 30 May 2022 09:44 AM (IST) Updated:Mon, 30 May 2022 12:08 PM (IST)
रेलवे का सिस्टम जानने को लखनऊ से रायबरेली के लिए रवाना हुए बांग्लादेश के रेलमंत्री, डीआरएम ने भेंट किया चारबाग स्टेशन का माडल
लखनऊ से रायबरेली के लिए रवाना हुए बांग्लादेश के रेलमंत्री।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। भारत के रेलवे स्टेशनों पर स्टेशन मास्टर कैसे काम करते हैं, ट्रेन एक सेक्शन से गुजरती है तो कौन सी सावधानी बरती जाती है। ऐसे ही भारतीय रेलवे के सिस्टम को समझने के लिए बांग्लादेश के रेलमंत्री नुरुल इस्लाम सुजान ने लखनऊ से रायबरेली तक स्पेशल ट्रेन से विंडो ट्रेलिंग की।

चारबाग स्टेशन के प्लेटफार्म एक से उनकी स्पेशल ट्रेन सुबह नौ बजे की जगह 9:07 बजे रवाना हुई। पारा स्थित भारतीय रेलवे परिवहन प्रबंधन संस्थान से बांग्लादेश के रेलमंत्री सीधे चारबाग स्टेशन पहुंचे। वह रविवार को ही इस संस्थान में रेलवे में भारतीय रेलवे यातायात सेवा (आइआरटीएस) प्रशिक्षु अधिकारियों की ट्रेनिंग के बारे में जानकारी लेने पहुंचे थे।

सोमवार सुबह डीआरएम सुरेश कुमार सपरा के साथ वह चारबाग स्टेशन पहुंचे। यहां चारबाग स्टेशन के विश्वस्तरीय प्रोजेक्ट के माडल को भी उन्‍होंने देखा। डीआरएम ने उनको स्टेशन का माडल भेंट किया है। इसके बाद उनकी स्पेशल ट्रेन रायबरेली के लिए चल दी। करीब दो घंटे में उनकी यह यात्रा पूरी होगी। स्पेशल ट्रेन में जीआरपी के साथ आरपीएफ के एस्कार्ट भी तैनात किए गए हैं।

कोच फैक्ट्री का करेंगे निरीक्षण : वह रायबरेली स्थित माडर्न कोच फैक्ट्री में बन रहे लिंक हाफमैन बुश (एलएचबी) की तकनीक को परखेंगे। साथ ही बांग्लादेश रेलवे की जरूरत के अनुसार, इस कोच फैक्ट्री में अपने यहां के गेज के मानकों के अनुसार, बोगियों के उत्पादन की संभावनाओं पर भी अफसरों के साथ चर्चा करेंगे। साथ ही नई रेलवे लाइन, पुल व सुरंग जैसे आधारभूत ढांचे का निर्माण करने वाले रेल मंत्रालय के उपक्रम इरकान के शीर्ष अधिकारियों के साथ वह कुछ प्रोजेक्टों पर बात करेंगे।

यहां से वह वाराणसी स्थित बनारस लोकोमोटिव वर्कशाप में तैयार होने वाले इंजनों की तकनीक को भी देखने के लिए जाएंगे। एक जून को नई दिल्ली में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ मुलाकात के बाद वह मिताली एक्सप्रेस ट्रेन का वर्चुअल शुभारंभ भी करेंगे। इसके बाद वह दो जून को चेन्नई स्थित कोच फैक्ट्री और आरवीएनएल का निरीक्षण करेंगे।

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