Ayodhya Ram Mandir News: 25 डिग्री सेल्सियस तापमान पर होगी राफ्ट की ढलाई, रात में होगा काम
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने बताया कि इसमें प्रयुक्त होना वाला मटीरियल भी नींव की लेयर में प्रयुक्त होने वाले मटीरियल से अधिक गुणवत्ता का होगा। नींव की अपेक्षा राफ्ट में अधिक सीमेंट का प्रयोग होगा।
अयोध्या, रमाशरण अवस्थी। राममंदिर की नींव की ढलाई का कार्य पूरा हो गया है। अब इसके ऊपर पर पांच फीट ऊंची राफ्ट ढाली जाएगी, इसे 25 डिग्री सेल्सियस तापमान पर ही तैयार किया जाएगा। ढलाई सिर्फ रात में होगी। राफ्ट निर्माण के लिए नींव के ऊपर शटरिंग का कार्य चल रहा है।
मंदिर की नींव 30- 35 डिग्री सेल्सियस पर ढाली गई थी। तापमान के पैमाने को बरकरार रखने की अनिवार्यता के मद्देनजर ही राफ्ट ढलाई का कार्य रात में किया जाएगा। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने बताया कि इसमें प्रयुक्त होना वाला मटीरियल भी नींव की लेयर में प्रयुक्त होने वाले मटीरियल से अधिक गुणवत्ता का होगा। नींव की अपेक्षा अधिक सीमेंट का प्रयोग होगा। फ्लाई एश व स्टील प्लांट के स्लैग को भी मिश्रित किया जाएगा। स्लैग विशेष प्रकार का पदार्थ है। ये स्टील प्लांट के वेस्ट मटीरियल को पीस कर तैयार किया जाता है।
आठ डिग्री सेल्सियस पर मिक्स होगा मटीरियल: राफ्ट की ढलाई आईआईटी के विशेषज्ञों की बताई गई तकनीक पर की जाएगी। इसके लिए दो चिलिंग प्लांट लगे हैँ, जिसमें आठ डिग्री सेल्सियस तापमान पर मटीरियल की मिक्सिंग होगी। बड़ी मात्रा में बर्फ का प्रयोग होगा। ढलाई के वक्त इसका तापमान अधिकतम 25 डिग्री सेल्सियस रहेगा। विशेषज्ञ बताते हैं कि सतह की मजबूती के लिए निर्धारित तापमान पर ही ढलाई की जाती है। दिन व रात के तापमान में होने वाले अंतर की वजह से ढाली गई सतह में दरार आने की संभावना होती है। इससे बचने के लिए ढलाई के वक्त निर्धारित तापमान को बरकरार रखने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।
किरन ने मंदिर निर्माण के लिए समर्पित की 11 लाख की राशि: बिहार के मुजफ्फरपुर निवासी किरन शुक्ल ने रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए 11 लाख एक हजार रुपये प्रदान किए। स्वर्गद्वार स्थित सद्गुरु बधाई भवन में किरन ने परिवारीजनों के साथ रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र को 51 हजार की नकदी वं 10.50 लाख के चेक सहित कुल 11 लाख एक हजार की राशि समारोहपूर्वक प्रदान की। डॉ. मिश्र ने आभार ज्ञापित करते हुए कहा, भक्तों के समर्पण से ही रामजन्मभूमि पर भव्य-दिव्य मंदिर निर्माण की प्रक्रिया निर्बाध रूप से आगे बढ़ रही है। किरन ने अयोध्या आने और मंदिर निर्माण के लिए दान देने के अवसर को अपना सौभाग्य बताया तथा कहा, सब कुछ भगवान का ही है और उसके काम में निमित्त बनना भी उसकी ही कृपा है। बधाई भवन के महंत राजीवलोचन शरण ने समर्पण राशि स्वीकार करने के लिए तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रति आभार ज्ञापित किया और किरन सहित उनके परिवार के प्रति शुभकामना अर्पित की।