Raebareli COVID-19 News: रायबरेली के सुलतानपुर खेड़ा गांव में बाहरियों का प्रवेश प्रतिबंधित, स्वास्थ्य विभाग की पैनी नजर

Raebareli COVID-19 News Update सुलतानपुर खेड़ा गांव में कोरोना महामारी का प्रकोप। गत अप्रैल में ताबड़तोड़ सत्रह मौतों से प्रशासन अलर्ट। 193 लोगों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट में 13 अन्य लोग पॉजिटिव आए और उन्हें भी होम आइसोलेट कर दिया गया।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 08:56 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 07:05 AM (IST)
Raebareli COVID-19 News: रायबरेली के सुलतानपुर खेड़ा गांव में बाहरियों का प्रवेश प्रतिबंधित, स्वास्थ्य विभाग की पैनी नजर
गांव को हॉट स्पॉट घोषित कर बाहरियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है।

रायबरेली, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के रायबरेली के सुलतानपुर खेड़ा गांव में कोरोना महामारी का प्रकोप छाया हुआ है। गत अप्रैल में ताबड़तोड़ सत्रह मौतों के आंकड़ें मीडिया के जरिये उजागर होते ही प्रशासन हरकत में आया है। स्वास्थ्य विभाग आखिर में अब चौकन्ना हो गया है। गांव को हॉट स्पॉट घोषित कर बाहरियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है।

दरअसल, ब्लॉक क्षेत्र की तीन हजार आबादी वाले सुलतानपुर खेड़ा गांव में एक मई को जिलाधिकारी द्वारा गठित स्वास्थ्य टीम ने 193 ग्रामीणों का आरटीपीसीआर और 29 का एंटीजन टेस्ट किया। इसमें प्रारम्भ में एंटीजन टेस्ट में एक व्यक्ति पॉजिटिव आया, जिसे होम आइसोलेट किया गया। बाद में 193 लोगों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट में 13 अन्य लोग पॉजिटिव आए और उन्हें भी होम आइसोलेट कर दिया गया। पांच मई को एक अन्य युवा दुकानदार की मृत्यु होने पर जब मामले ने तूल पकड़ा तो जिलाधिकारी के निर्देशन में गठित टीम ने एसडीएम सदर अंशिका दीक्षित के नेतृत्व में एक बार पुनः 443 लोगों की आरटीपीसीआर और 280 लोगों का एंटीजन परीक्षण कराया गया। इनमें पुनः एक व्यक्ति की एंटीजन रिपोर्ट पॉजिटिव आई और उसे भी होम आइसोलेट कर दिया गया। 443 में से अब तक आई आरटीपीसीआर जांचों में 12 अन्य लोग पॉजिटिव आए हैं, जिन्हे होम आइसोलेशन में रखा गया है। 

22 अप्रैल को रायबरेली के लालगंज रेल कोच कारखाना स्थित एल-2 हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमण के चलते अंतिम सांस लेने वाले राकेश शुक्ल के छोटे भाई राजेश शुक्ला ने बताया कि अब गांव में संक्रमण की स्थिति सामान्य है। जतुआ टप्पा सी एच सी से रोज एक गाड़ी आती है। कर्मचारी दवाइयों के साथ पीड़ितों को आवश्यक निर्देश देकर वापस चले जाते हैं। अब तक गांव में स्वास्थ्य विभाग द्वारा चार बार सैनिटाइजेशन करवाया जा चुका है। ताकि संक्रमण के प्रभाव को बढ़ने से रोंका जा सके। इसी गांव निवासी गौरव मेडिकल स्टोर संचालक देवेन्द्र सिंह का कहना है कि गांव में अब हालात सामान्य है, जहां 15 दिन पूर्व सर्दी, खांसी और बुखार की दवा लेने 50 से 60 लोग आते थे। 

अब पांच से आठ लोग ही इन समस्याओं की दवा लेने मेडिकल स्टोर पर आते है। सुलतानपुर खेड़ा बाजार में फल का ठेला लगाने वाली लक्ष्मी सोनकर का कहना है कि एक महीने पहले उन्हे भी सर्दी और बुखार की समस्या हुई थी लेकिन उन्होंने बिना एक भी दवा खाये सिर्फ नीम गिलोय,काढ़ा और गुनगुने पानी का सेवन कर उस समस्या से मुक्ति पा ली है और अब पूर्णतः स्वस्थ्य है।

सुलतानपुर खेड़ा गांव में ग्रामीणों के अनुसार, जिंदगी की गाड़ी अब सही ट्रैक पर चल रही है, लेकिन अभी भी स्वास्थ्यविभाग द्वारा बताए गए निर्देशों का पालन करना अति आवश्यक है। क्योंकि इसके "दो गज दूरी, मास्क जरूरी" के सिवाय और कोई रास्ता नहीं है, जो हमें इस महामारी से निजात दिला सके।

chat bot
आपका साथी