Indian Railways: धातु की गुणवत्ता की गड़बड़ी से क्रैक हुई थी पुष्पक एक्सप्रेस की ट्राली, सीएमटी जांच की रिपोर्ट में दावा
मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस की स्लीपर क्लास बोगी एस-5 की ट्राली के क्रैक होने की घटना उसके धातु की गुणवत्ता की खराबी के कारण हुई थी। हादसा भोपाल से करीब 50 किलोमीटर पहले हुआ था। रेलवे ने पुष्पक एक्सप्रेस की केमिकल एंड मैटेलर्जी टेस्ट को पूरा कर लिया है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस की स्लीपर क्लास बोगी एस-5 की ट्राली के क्रैक होने की घटना उसके धातु की गुणवत्ता की खराबी के कारण हुई थी। यह हादसा भोपाल से करीब 50 किलोमीटर पहले हुआ था। रेलवे ने पुष्पक एक्सप्रेस की केमिकल एंड मैटेलर्जी टेस्ट (सीएमटी) को पूरा कर लिया है। अब उस कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने की तैयारी है। जिसने पुष्पक एक्सप्रेस की बोगियों के लिए ट्राली भेजा है। साथ ही कंपनी के उस बैच का पता भी लगाया जा रहा है। जिसकी ट्राली पर बनी बोगियां कई और ट्रेनों में दौड़ रही हैं।
बीती 12 जुलाई को ट्रेन 02533 पुष्पक एक्सप्रेस लखनऊ से मुंबई के लिए रवाना हुई थी। ट्रेन के लखनऊ से रवाना होने से पहले ऐशबाग कोचिंग डिपो की वाशिंग पिट पर उसके फिटनेस की जांच हुई थी। ट्रेन भोपाल पहुंची तो वहां तैनात तीन कर्मचारियों की नजर बोगी एस-5 की ट्राली पर पड़ी थी। ट्राली में बड़ी दरार होने के कारण वह दो हिस्सों में बंट रही थी। कर्मचारियों की सूचना के बाद एस-5 बोगी को हटाकर दूसरी बोगी लगाने के बाद ट्रेन को आगे रवाना किया गया। इस बोगी को भोपाल के वर्कशॉप में रखा गया। जहां गोरखपुर वर्कशॉप, ऐशबाग कोचिंग डिपो के सीनियर सेक्शन इंजीनियर और भोपाल वर्कशॉप के अधिकारियों ने सीएमटी जांच की। साथ ही लखनऊ के बाद उन्नाव, कानपुर, उरई, झांसी, ललितपुर सहित जिन स्टेशनों से पुष्पक एक्सप्रेस तेज गति से गुजरी थी। उन स्टेशन के कर्मचारियों से भी रिपोर्ट मांगी गई थी। इससे पता चला कि हादसा भोपाल पहुंचने के करीब 50 किलोमीटर पहले हुआ था। सीएमटी जांच में भी धातु की गुणवत्ता की खराबी सामने आयी है। आरडीएसओ को ट्राली की आपूर्ति करने वाली कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही रेल कोच फैक्ट्री को भी कंपनी के उस बैच का पता लगाने को कहा गया है। जिस बैच की ट्राली पर पुष्पक एक्सप्रेस और कई दूसरी ट्रेनों के रैक को तैयार किया गया है। उन ट्रेनों की ट्राली की भी सीएमटी कराने के निर्देश दिए गए हैं।