COVID-19 संक्रमण में भी लखनऊ में मनमानी पर उतरे निजी स्‍कूल, बंद में भी जारी हैं दाखिले

सीएमएस-सीएमएस बाल विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल द लखनऊ पब्लिक कालेजिएट सहित कई जगह एडमिशन के लिए पहुंचे अभिभावक। बंद के आदेश के बाद भी इन स्कूलों में दाखिले जारी हैं। अभिभावकों को किसी न किसी बहाने से बुलाया जा रहा है।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Fri, 09 Apr 2021 12:30 PM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 05:11 PM (IST)
COVID-19  संक्रमण में भी लखनऊ में मनमानी पर उतरे निजी स्‍कूल, बंद में भी जारी हैं दाखिले
लखनऊ में दाखिले तो कभी रिपार्ट कार्ड के नाम पर अभिभावकों को मैसेज भेज रहे हैं स्‍कूल।

लखनऊ, जेएनएन। कोविड के बढ़ते संक्रमण की वजह से जिलाधिकारी ने 15 अप्रैल तक सभी स्कूल कालेज बंद कर दिए हैं। फिर भी सिटी मांटेसरी स्कूल, दि लखनऊ पब्लिक कालेजिएट, बाल विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल कई निजी स्कूल मनमानी पर उतारू हैं। बंद के आदेश के बाद भी इन स्कूलों में दाखिले जारी हैं। अभिभावकों को किसी न किसी तरह से मैसेज भेजकर बुलाया जा रहा है। शुक्रवार को दैनिक जागरण ने इन स्कूलों का निरीक्षण किया तो स्थिति सामने आई।

सिटी मांटेसरी स्कूल जापलिंग रोड में दोपहर 12 बजे गेट पर सुरक्षा गार्ड मिला। बताया कि प्रवेश हो रहे हैं। अंदर जाने पर कुछ शिक्षिका रिपोर्ट कार्ड बना रहीं थीं। स्कूल के दो कर्मचारी रिसेप्शन काउंटर के पास खड़े मिले। बताया कि कक्षा आठवीं तक दाखिले हो रहे हैं। एक अभिभावक भी प्रवेश संबंधी कार्य के लिए आए थे। सीएसएस गोमती नगर में प्री प्राइमरी और कक्षा तीन में दाखिले की प्रक्रिया जारी रही। रिसेप्शन पर मौजूद महिला ने बताया कि आनलाइन आवेदन करने के बाद अभिभावकों को काल किया जाता है। सीएमएस स्टेशन रोड का भी यही हाल रहा। यहां प्रिसिंपल वीरा हजेला मिलीं। बताया कि कक्षा तीन में 700 रुपये का फार्म है। काउंटर से दिया जा रहा है।

रिपोर्ट कार्ड के लिए भेजा मैसेज: नियमों को तोड़ने में सीएमएस की मनमानी जारी है। अलीगंज शाखा में कक्षा छह से आठ तक के अभिभावकों को मैसेज भेजकर कहा गया है कि 9 अप्रैल को परिवार एक सदस्य रिपोर्ट कार्ड आकर ले जाएं। कक्षा आठ के छात्र रिपोर्ट कार्ड के बाद एडमिशन स्लिप क्लास टीचर से लेकर उसका फार्म आफिस से ले लें। इस आदेश के बाद अभिभावक परेशान हो गए। उनका कहना है कि कोरोना संक्रमण में भी क्यों स्कूल बुलाया जा रहा । हालांकि इस आदेश के बाद स्कूल प्रशासन बैकफुट पर आ गया है। संस्थापक प्रबंधक डा. जगदीश गांधी का कहना है कि मैसेज को कैंसिल करने के आदेश दिए गए हैं। अभिभावकों को इसकी जानकारी भेजी जा रही है।

द लखनऊ पब्लिक कालिजिएट जापलिंग रोड : यहां भी दाखिले की प्रक्रिया जारी रही। रिसेप्शन से प्रवेश के फार्म दिए जा रहे थे। कर्मचारी ने बताया कि प्रैक्टिकल एग्जाम की वजह से छात्रों को बुलाया गया है। यहां एक कर्मचारी बिना मास्क के मिला। स्कूल के संयुक्त निदेशक जावेद आलम का कहना है कि सिर्फ प्रैक्टिकल एग्जाम के लिए कार्यालय खोला गया है। हो सकता है कि एडमिशन की जानकारी के लिए कोई अभिभावक आ गए हों। सभी शिक्षकों को घर से आनलाइन पढ़ाई के लिए कह दिया गया है।

बाल विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल चारबाग : दोपहर 12.45 बजे। यहां कई अभिभावक किसी न किसी काम से प्रिंसिपल से मिलने आए थे। एक अभिभावक बिना मास्क के बैठे रहे। शिक्षकों को आनलाइन कक्षाओं और प्रयोगात्मक परीक्षाओं के लिए बुलाया गया था। दाखिले की प्रक्रिया भी जारी थी। जबकि स्कूल 15 अप्रैल तक बंद किए गए हैं। प्रिंसिपल आरके पांडेय का कहना है कि प्रैक्टिकल एग्जाम के लिए शिक्षकों को बुलाया गया था। अब सभी को घर से कक्षाएं लेने के लिए कहा गया है।

सीएमएस के जन संपर्क अधिकारी ऋषि खन्ना ने बताया कि सिर्फ प्री बोर्ड एग्जाम की वजह से 9वीं से 12वीं तक के छात्रों को बुलाया जा रहा है। कोविड की वजह से 15 अप्रैल तक दाखिले की प्रक्रिया बंद कर दी गई है। कोई दाखिले नहीं हो रहे।  

खुल रहे निजी स्कूल, अभिभावक परेशान: ठाकरगंज के फरीदीपुर में बीएसडी एकेडमी और लखनऊ मॉडल स्कूल गुरुवार को खुले रहे। दोनों विद्यालयों में चतुर्थ श्रेणी, शिक्षक-शिक्षिकाओं सहित पूरा स्टाफ मौजूद रहा। नए बच्चों के प्रवेश लिए जा रहे थे। स्थानीय निवासी अनिल गुप्ता बताते है कि बेटी बीएसडी एकेडमी में 9वीं की छात्रा है। सात अप्रैल तक विद्यालय में पढ़ाई के लिए बुलाया गया था। जब कोविड की वजह से स्कूल में फोन किया तो बताया गया कि 9वीं से बंद करने का कोई आदेश नहीं है।

पीजीआइ : एल्डिको उद्यान दो स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में सुबह से दोपहर एक बजे तक अभिभावक व बच्चों का आना-जाना जारी रहा। जबकि यहां पर शिक्षक शिक्षिकाएं लगभग 5 कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं। उसके बावजूद भी स्कूल खोला जा रहा है। प्रधानाचार्य मनीषा ने बताया कि बच्चों के प्रैक्टिकल एग्जाम चल रहे हैं। इसलिए बुलाया गया है। शिक्षक-शिक्षिकाओं के कोरोना संक्रमित का मामला 15 दिन पहले था। उन्हें स्कूल नहीं बुलाया गया।

chat bot
आपका साथी