Uttar Pradesh में ठेका गाड़ी की आयु सीमा बढ़ी, अब नौ से 12 साल तक चल सकेगी निजी बसें
खासतौर पर वह बसें इनमें शामिल होंगी जो शादी-ब्याह पिकनिक और प्रदेश में होने वाले सामूहिक टूर आदि बुकिंग कराने में शामिल होती हैं। राज्य परिवहन प्राधिकरण एसटीए की बैठक में सोमवार का यह अहम निर्णय लिया गया।
लखनऊ, जेएनएन। यूपी में एक स्थान से दूसरे स्थान पर सवारी ले जाने वाली ठेका गाडिय़ों की आयु सीमा बढ़ा दी गई है। अब इनके संचालन की आयु 09 वर्ष से बढ़ाकर 12 साल कर दी गई है। इनमें वे गाडिय़ां आएंगी जो ठेका गाड़ी परमिटों से आच्छादित हैं। खासतौर पर वह बसें इनमें शामिल होंगी जो शादी-ब्याह, पिकनिक और प्रदेश में होने वाले सामूहिक टूर आदि बुकिंग कराने में शामिल होती हैं। राज्य परिवहन प्राधिकरण एसटीए की बैठक में सोमवार का यह अहम निर्णय लिया गया। टिहरी कोठी स्थित परिवहन आयुक्त मुख्यालय पर सोमवार को एसटीए बैठक की अध्यक्षता प्रमुख सचिव परिवहन राजेश कुमार सिंह ने की। एसटीए सचिव भीमसेन सिंह की मौजूदगी में कई निर्णयों पर एसटीए अध्यक्ष ने मुहर लगाई।
यूपी से जुड़े 50 अंतरराज्यीय रूटों पर दौड़ेंगी 220 निजी बसें
उत्तर प्रदेश से जुड़े 50 अंतरराज्यीय रूटों पर 220 निजी बसों के परमिटों पर अध्यक्ष ने अनुमति दी। बैठक में रोडवेज बसों के 35 परमिटों पर भी विचार के बाद मंजूरी प्रदान की गई। राज्य परिवहन प्राधिकरण के सचिव भीम सेन सिंह ने बताया कि इसके अलावा बैठक में न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में विभिन्न परमिट आवेदनों पर विचार कर संचालन की मंजूरी दी गई। बैठक में उप निदेशक यातायात नेजाम हसन, विशेष सचिव एवं अपर विधि परामर्श अतुल सिंह व प्राधिकरण के सदस्य मौजूद थे।
ये प्रमुख रूट जिन पर चलेंगी निजी बसेंं
झांसी से टीकमगढ, धुवारा, राठ, भाण्डेर, मदनपुर, दतिया, गौना, के अलावा नगीना से कालागढ़, दतिया से समथर, बसई, छतरपुर, ललितपुर से मुगावली, चंदेरी से टीकमगढ़, खजुराहो से महोबा, महोबा से नौगांव, सहारनपुर से विकासनगर, मथुरा से भरतपुर, नहटौर से कोटद्वार, रामपुर, गाजियाबाद से दिल्ली समेत करीब 50 अंतरराज्यीय मार्ग शामिल हैं।