Suicide Case of Priest in Kakori: लोकभवन के सामने आत्‍मदाह करने पहुंचीं पुजारी की बेट‍ियां, कहा-प्रधानपत‍ि कर रहा परेशान

Suicide Case of Priest in Kakori पुजारी की बेट‍ियों ने सरकार से मांग की है क‍ि उनके भरण पोषण के ल‍िए 25 लाख की सहायता राश‍ि तथा एक सदस्‍य को सरकारी नौकरी दी जाए। युवत‍ियों ने ग्राम प्रधानपत‍ि और उसके पुत्रों पर लगाए गंभीर आरोप।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 01 Oct 2020 03:04 PM (IST) Updated:Thu, 01 Oct 2020 06:01 PM (IST)
Suicide Case of Priest in Kakori: लोकभवन के सामने आत्‍मदाह करने पहुंचीं पुजारी की बेट‍ियां, कहा-प्रधानपत‍ि कर रहा परेशान
मंदिर के पास शौचालय के निर्माण से परेशान होकर पुजारी ने की थी आत्महत्या।

लखनऊ, जेएनएन। काकोरी के बड़ागांव में मंदिर के पास जबरन सामुदायिक शौचालय के निर्माण से परेशान हो कर सेवादार भगवान दीन की आत्महत्या के मामले में गुरुवार को उनकी बेटियों ने विधान भवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। महिला थाने की पुलिस ने युवतियों को हिरासत में ले लिया। आरोप है कि स्थानीय पुलिस प्रशासन आरोपितों की मदद कर रही है। 

भगवान दीन की बेटियों का आरोप है कि पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ हल्की धाराओं में एफआइआर दर्ज की थी। प्रधानपति ने पीड़ितों के खिलाफ फर्जी रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। भगवान दीन की बेटी सीता व गीता ने 25 लाख रुपये मुआवजा, जमीन पट्टा करने, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाने और आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। 

यह है पूरा मामला 

काकोरी के बड़ागांव में मंदिर के पास जबरन सामुदायिक शौचालय के निर्माण से परेशान हो कर मंदिर के सेवादार में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी। बता दें ग्राम पंचायत बड़ागांव के मजरा गदाई खेड़ा निवासी भगवान दीन लोधी ने दौली खेड़ा में ग्राम समाज की जमीन पर करीब सात वर्ष पूर्व मंदिर का निर्माण कराया था। इसी जमीन के पास ग्राम समाज को और भी जमीन पड़ी थी। खाली पड़ी जमीन ग्राम प्रधान पति देश राज व उनके बेटों ने ब्लॉक अधिकारियों से मिल कर सामुदायिक शौचालय कर निर्माण का प्रस्ताव कर दिया। जब उक्त जमीन पर कब्जे के लिए ग्राम प्रधान पति व ब्लॉक अधिकारी मौके पर पहुंचे जिसका विरोध भगवान दीन ने किया। भगवान दीन ने आलाधिकारियों के सामने ही पेड़ पर चढ़ कर फांसी लगा कर आत्महत्या का प्रयास किया था, लेकिन आलाधिकारियों व पुलिस फ़ोर्स ने उसे नीचे उतारा। मामले की शिकायत भगवान दीन ने उच्चाधिकारियों से भी की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। जिससे परेशान हो कर भगवान दीन गुरुवार को पेड़ पर चढ़कर फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। परजिनों के मुताबिक सुसाइड नोट भी मिला था। मृतक के बेटी सीता ने ग्राम प्रधान पति ,उनके बेटों व ब्लॉक के बीडीओ, सचिव व लेखपाल पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। 

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