President Visit Lucknow: आठ पुलिस थानों की सीमा और क्रासिंग से गुजरेगी प्रेसिडेंशियल ट्रेन, 12 रेलवे स्टेशनों पर तैनात होंगे जीआरपी के जवान
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के कानपुर सेंट्रल से लखनऊ तक प्रेसिडेंशियल ट्रेन के सफर से पटरियों के आसपास की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया जाएगा। उनकी प्रेसिडेंशियल ट्रेन आठ थानों की सीमा से गुजरेगी जबकि गंगा घाट पुल से चारबाग तक कुल 12 रेलवे स्टेशन पड़ेंगे।
जागरण संवाददाता, लखनऊ: राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के कानपुर सेंट्रल से लखनऊ तक प्रेसिडेंशियल ट्रेन के सफर से पटरियों के आसपास की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया जाएगा। उनकी प्रेसिडेंशियल ट्रेन आठ थानों की सीमा से गुजरेगी, जबकि गंगा घाट पुल से चारबाग तक कुल 12 रेलवे स्टेशन पड़ेंगे। गुरुवार को आधुनिक सुविधाओं से लैस निरीक्षण यान दृष्टि से रेलवे, आरपीएफ, पुलिस और जीआरपी के अधिकारियों ने कानपुर के गंगा नदी के पुल तक निरीक्षण किया। दृष्टि में लगे उच्च क्षमता वाले कैमरों से पटरियों के दोनों ओर की रिकॉर्डिंग की गई।
कानपुर से लखनऊ तक 72 किलोमीटर का रेल ट्रैक है, जिसे आठ सेक्टरों में बांटा गया है। रास्ते में कानपुर व उन्नाव तक चार थाना क्षेत्र पड़ेगा, जबकि लखनऊ में बंथरा, सरोजनीनगर, कृष्णानगर व मानकनगर थाना क्षेत्र की सीमाएं होंगी। सभी 12 स्टेशनों पर जीआरपी के दो एसआइ व चार कांस्टेबल की तैनाती होगी। रेल लाइन की सुरक्षा की जिम्मेदारी आरपीएफ व आरपीएसएफ जवानों की होगी। लाइन के दोनों ओर रेलवे क्रासिंग पर संबंधित थाना क्षेत्र की पुलिस की तैनाती होगी। पटरी किनारे बनी सभी ऊंची इमारतों पर भी पुलिस मुस्तैद होगी। साथ ही लाइन किनारे पडऩे वाली बस्तियों व कालोनियों को भी सुरक्षा का कवर पुलिस देगी। रास्ते मेें पडऩे वाले चार ओवरब्रिज की भी निगरानी की जाएगी।
गंगा की छमक नाली, सई नदी सहित सभी पुलों पर भी आरपीएफ के साथ स्थानीय पुलिस निगरानी करेगी। कानपुर-लखनऊ रेलखंड पर पटरियों की मरम्मत का काम तेज कर दिया गया है, जिससे 28 जून को इस सेक्शन पर किसी तरह के कॉशन का सामना न करना पड़े। सूचना इकाईयों को भी क्षेत्रों की निगरानी के साथ रिपोर्ट देने को कहा गया है। उधर, चारबाग स्टेशन परिसर में राष्ट्रपति के आगमन से पहले सड़कों की मरम्मत का काम किया जा रहा है।
जीएम भी आएंगे साथः दिल्ली के सफदरगंज स्टेशन से कानपुर सेंट्रल तक राष्ट्रपति की प्रेसिडेंशियल ट्रेन के साथ उत्तर रेलवे के जीएम आशुतोष गंगल भी आएंगे। उनका सैलून कानपुर में प्रेसिडेंशियल ट्रेन से अलग हो जाएगा। इसके बाद वह ट्रैक का निरीक्षण करते हुए लखनऊ आ जाएंगे। इस दौरान कानपुर से लखनऊ तक एक स्पेशल ट्रेन का 110 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से ट्रायल भी किया जाएगा। राष्ट्रपति की ट्रेन के आगे इसी स्पीड से पायलट इंजन को दौड़ाया जाएगा।
दो प्लेटफार्मों पर ट्रेनें नहींः राष्ट्रपति की प्रेसिडेंशियल ट्रेन चारबाग स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर सुबह 11:50 बजे पहुंचेगी। इस दौरान प्लेटफार्म दो व तीन पर कोई भी ट्रेन नहीं आएगी। यह ट्रेनें प्लेटफार्म नंबर चार से सात पर शिफ्ट होंगी। ट्रेनों से आने वाले यात्रियों को असुविधा न हो इसके लिए पार्सल घर की साइडिंग से प्लेटफार्म नंबर चार से सात तक पहुंचने की व्यवस्था की जाएगी। प्रोटोकाल के तहत स्टेशन अधीक्षक रेलवे की ओर से मौजूद होंगे। चारबाग स्टेशन पर यह स्टेशन निदेशक के रूप में अपग्रेड हो चुका है, इसलिए स्टेशन निदेशक सुदीप सिंह रेलवे की ओर से राष्ट्रपति के अभिनंदन के लिए उपस्थित होंगे।