नोएडा के होमगार्ड कार्यालय में अग्निकांड की प्रारंभिक जांच पूरी, डीजीपी ने दिये कार्रवाई के निर्देश

डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि एसएसपी नोएडा को मामले में वैज्ञानिक तरीके से जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Wed, 20 Nov 2019 10:20 AM (IST) Updated:Wed, 20 Nov 2019 12:04 PM (IST)
नोएडा के होमगार्ड कार्यालय में अग्निकांड की प्रारंभिक जांच पूरी, डीजीपी ने दिये कार्रवाई के निर्देश
नोएडा के होमगार्ड कार्यालय में अग्निकांड की प्रारंभिक जांच पूरी, डीजीपी ने दिये कार्रवाई के निर्देश

लखनऊ, जेएनएन। नोएडा के होमगार्ड कार्यालय में हुए अग्निकांड की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी गई है। डीजी होमगार्ड जीएल मीना ने इसके साथ ही नोएडा में थानों में होमगार्ड जवानों की ड्यूटी में हुए घपले की जांच के लिए गठित कमेटी की अंतरिम रिपोर्ट भी मंगलवार रात शासन को सौंप दी।

सूत्रों का कहना है कि नोएडा के तत्कालीन कमांडेंट होमगार्ड राम नारायण चौरसिया व वर्तमान में नोएडा कमांडेंट का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे रीजनल कमांडेंट मेरठ डीडी मौर्या के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई है। डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि एसएसपी नोएडा को मामले में वैज्ञानिक तरीके से जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस ने असिस्टेंट कमांडेंट समेत तीन को हिरासत में लिया है। डीजीपी का कहना है कि आग लगाए जाने की आशंका को नकारा नहीं जा सकता। गुजरात की फोरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) के विशेषज्ञों से भी जांच कराई जाएगी।

बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा के होमगार्ड कार्यालय में दस्तावेजों को जलाने की घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए दोषियों के खिलाफ तत्काल कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया था। मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव होमगार्ड अनिल कुमार व डीजी होमगार्ड को मंगलवार शाम तक प्रकरण की विस्तृत रिपोर्ट देने का निर्देश भी दिया था। बताया गया कि पूर्व में नोएडा में होमगार्डों की फर्जी ड्यूटी दिखाकर किए गए घपले की जांच के लिए गठित कमेटी में शामिल डीजी होमगार्ड के सीनियर स्टाफ आफिसर सुनील कुमार, मीरजापुर के वरिष्ठ जिला कमांडेंट शैलेंद्र प्रताप सिंह व बागपत की जिला कमांडेंट नीता भारतीय तथा डीआइजी लक्ष्मी उपाध्याय ने अग्निकांड की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराई है, जिसे शासन को सौंप दिया गया है।

इसके अलावा घपले के मामले में समिति द्वारा अब तक की गई जांच की अंतरिम आख्या भी शासन को सौंप दी गई है। सूत्रों का कहना है कि घपले की जांच में फर्जी मुहर व आपसी सांठगाठ से लाखों का खेल किए जाने की बातें सामने आई हैं। कई दोषी अधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई है। नोएडा होमगार्ड कार्यलय में आग की घटना से भी बड़े सवाल उठ रहे हैं। माना जा रहा है कि घपले के साक्ष्य मिटाने के लिए यह कदम उठाया गया। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी का कहना है कि होमगार्डों के मानदेय में घपले की जहां भी शिकायतें मिलेंगी, वहां जांच कराकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि घपला सामने आने के बाद सरकार होमगार्ड जवानों के मानदेय भुगतान का आडिट कराने के साथ ही भुगतान प्रक्रिया को लेकर कड़े नियम बना चुकी है।

बता दें कि फर्जी मस्टररोल तैयार कर गौतमबुद्धनगर में होमगार्डों के वेतन में हुए लाखों के घोटाले की जांच के बीच ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर स्थित जिला कमांडेंट होमगार्ड कार्यालय के एक बक्से में सोमवार रात आग लग गई थी। पुलिस जांच में पता चला है कि साजिशन उसी बक्से में आग लगाई गई, जिसमें होमगार्ड वेतन घोटाले से जुड़े मस्टर रोल रखे थे। आशंका है कि घोटाले में जिन आरोपितों की गर्दन फंस रही थी। उन लोगों ने साक्ष्य मिटाने के लिए मस्टर रोल जलाए हैं।

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