गाय के पेट से निकाला गया पॉलीथिन का गोला, राज्यपाल बोली: घातक है इसका उपयोग
नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने राज्यपाल को कान्हा उपवन से जुड़ी जानकारी दी पॉलीथिन से हो रहे नुकसान के बारे में बताया। राज्यपाल ने कहा कि लोगों से अपील की जाए कि वह बचा भोजन व खाद्य सामग्री को पॉलीथिन में भरकर न फेंके और इसके प्रयोग से बचें।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। जूठन को पॉलीथिन में भरकर फेंकने पर जानवर पॉलीथिन सहित उसे खा लेते हैं। इसके बाद उसका हाल क्या होता है? यह सोमवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने देखा। नादरगंज में नगर निगम के कान्हा उपवन गईं राज्यपाल को वह गोला दिखाया गया, जो पॉलीथिन खाने से गाय के पेट में बन गया था और उसे असहनीय दर्द हो रहा था। कल रात पेट का आपरेशन कर गोला निकाला गया था।
नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने राज्यपाल को कान्हा उपवन से जुड़ी जानकारी दी और पॉलीथिन से हो रहे नुकसान के बारे में बताया। राज्यपाल ने कहा कि लोगों से अपील की जाए कि वह बचा भोजन व खाद्य सामग्री को पॉलीथिन में भरकर न फेंके और इसके प्रयोग से बचें। उन्होंने विजिटर बुक में लिखा कि गाय सेवा प्रभु सेवा जैसी है। कान्हा उपवन में स्वच्छता, सुंदरता, हरियाली और सेवा भाव दिखाई दिया है। मुङो अच्छा लगा।
राज्यपाल ने कान्हा उपवन में आम का पौधा रोपित किया। उन्होंने नंदीशाला, रोहिणीशाला, कान्हा बालशखा क्षेत्र, श्री कृष्ण गोशाला का निरीक्षण किया। यहां गोवंशों को गुड़ खिलाया। इसके बाद गौमय उत्पाद कार्यशाला, सिद्धार्थ पशु पक्षी चिकित्सा केंद्र एवं चिकित्सालय में निíमत ट्रामा सेंटर का निरीक्षण किया। यहां बीमार एवं घायल पशुओं के उपचार के निर्देश दिए।
नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी राज्यपाल आनंदीबाई पटेल को वह गोला दिखाते हुए, जो एक गाय के पेट से निकाला गया है। पॉलीथीन खाने से गाय के पेट में यह गोला तैयार हो गया था और उसे असहनीय दर्द हो रहा था। साथ में गाय द्वारा चबाकर खाई गई पॉलीथीन को भी राज्यपाल ने देखा।
गोबर से निर्मित गमले और धूपबत्ती भी देखी: राज्यपाल ने गौमय उत्पाद कार्यशाला में गोबर और गोमूत्र से निíमत धूपबत्ती, अगरबत्ती, गमले, गाय के गोबर से निíमत लट्ठे और फिनायल आदि उत्पादों का निरीक्षण कर सराहना की। इस अवसर पर महापौर संयुक्ता भाटिया, अपर नगर आयुक्त डा.अर्चना द्विवेदी, संयुक्त निदेशक पशु कल्याण डा.अर¨वद कुमार राव भी मौजूद थे।