उत्तर प्रदेश में त्योहारों के मौसम में पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की छुट्टियों पर लगी रोक

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने निर्देश जारी कर कहा है कि जिलाधिकारी अन्य प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस अधिकारी अपरिहार्य परिस्थितियों को छोड़कर अवकाश पर न जाएं और न ही उन्हें कोई अवकाश स्वीकृत किया जाए।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 05:51 PM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 05:51 PM (IST)
उत्तर प्रदेश में त्योहारों के मौसम में पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की छुट्टियों पर लगी रोक
उत्तर प्रदेश के योगी सरकार में विभिन्न त्योहारों के मद्देनजर अफसरों की छुट्टियों पर रोक लगा दी है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश के योगी सरकार में विभिन्न त्योहारों के मद्देनजर अफसरों की छुट्टियों पर रोक लगा दी है। मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने निर्देश जारी कर कहा है कि जिलाधिकारी, अन्य प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस अधिकारी अपरिहार्य परिस्थितियों को छोड़कर अवकाश पर न जाएं और न ही उन्हें कोई अवकाश स्वीकृत किया जाए। उन्होंने शुरू हो रहे शर्दी के मौसम में रात्रि आश्रयगृहों की व्यवस्था समय से करने के निर्देश देने के साथ प्रदूषण पर प्रभावी नियंत्रण के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पराली जलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि सर्दी का मौसम को लेकर व्यपक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाए। जरूरतमंद व्यक्तियों के लिए कम्बल, अलाव और रात्रि आश्रयगृहों की व्यवस्था समय से कर ली जाए, ताकि सर्दी बढ़ने पर ऐसे व्यक्तियों को कोई कठिनाई न हो। इस व्यवस्था के लिए राजस्व विभाग ने धनराशि भी उपलब्ध करा दी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में विभिन्न पर्वों आदि के आयोजन को देखते हुए जिलाधिकारी अन्य प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस अधिकारी अपरिहार्य परिस्थितियों को छोड़कर अवकाश पर न जाएं और न ही उन्हें कोई अवकाश स्वीकृत किया जाए। 

मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने जिलों के अधिकारियों से यह भी कहा है कि कई जिलों से पराली एवं कूड़ा-करकट, आदि जलाए जाने की घटनाएं प्रकाश में आ रही हैं, जिसके संबंध में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के कड़े निर्देश हैं। इसके लिए दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और इन घटनाओं को प्रभावी रूप से रोका जाए। उन्होंने कहा कि शीतकालीन मौसम में कई जिलों में वायु प्रदूषण में भी वृद्धि हो जाती है। इस संबंध में कार्य योजना तैयार की जाए। इसके निराकरण हेतु तत्काल बैठक आयोजित कर ली जाए व प्रदूषण रोकने के लिए प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।

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