लोहिया संस्थान में कोरोना प्रोटोकाॅल में रक्तदान संग शुरू हुआ प्लाज्मादान

लखनऊ के अस्पतालों में मनाया गया राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्दान दिवस लोहिया केजीएमयू समेत कई अस्पतालों में हुआ रक्तदान। लोहिया संस्थान में भी रक्तदान के साथ प्लाज्मादान की भी हुई शुरुआत कोरोना से ठीक हुए लोगों ने किया प्लाज्मादान।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 01 Oct 2020 07:28 PM (IST) Updated:Thu, 01 Oct 2020 07:28 PM (IST)
लोहिया संस्थान में कोरोना प्रोटोकाॅल में रक्तदान संग शुरू हुआ प्लाज्मादान
लखनऊ के अस्पतालों में मनाया गया राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्दान दिवस, लोहिया, केजीएमयू समेत कई अस्पतालों में हुआ रक्तदान।

लखनऊ, जेएनएन। शहर के अस्पतालों में राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस मनाया गया। इस दौरान केजीएमयू-लोहिया संस्थान में प्लाज्मादान को भी बढ़ावा दिया गया। कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान रख बारी-बारी से लोगों ने रक्तदान किया।

केजीएमयू में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का उद्घाटन ब्लड एंड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की अध्यक्ष डॉ. तूलिका चंद्रा ने किया। यहां विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से जुड़े लोग रक्तदान करने आए। ऐसे में 50 से अधिक यूनिट रक्त संग्रह किया गया। वहीं कोरोना को हरा चुके दस योद्धाओं ने प्लाज्मादान किया। वहीं लोहिया संस्थान में निदेशक डॉ. नुजहत हुसैन व ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. वीके शर्मा ने शिविर का फीता काटा। इस दौरान दस लोगों ने प्लाज्मा दान किया। डॉ. वीके शर्मा ने कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों से प्लाज्मादान की अपील की। गुरुवार को सिविल, बलरामपुर समेत अन्य अस्पतालों में स्वैच्छिक रक्तदान करने लोग पहुंचे। इस दौरान प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए गए।

यह कर सकते प्लाज्मादान कोरोना से ठीक हो चुके मरीज डिस्चार्ज के 14 दिन बाद ऐसे मरीज जिनमें जांच के बाद एंटीबॉडी मौजूद मिले मरीजों की उम्र 18 वर्ष से 65 वर्ष के बीच हो एचआइवी-हेपेटाइटिस , डायबिटीज आदि रोग न हों गर्भवती-प्रसूता प्लाज्मा दान नहीं कर सकती हैं प्लाज्मादान से कोई कमजोरी नहीं आती है 14 दिन बाद दोबारा प्लाज्मा दान किया जा सकता है एक बार में 400-500 एमएल प्लाज्मा निकाला जाता है

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