COVID-19 Situation in Lucknow: लखनऊ में कोविड मरीजों की मदद के लिए नहीं, सिर्फ कागजों पर हैं हेल्पलाइन नम्बर
स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन द्वारा जारी निजी अस्पतालों के नंबरों पर तीसरे दिन भी लोगों नहीं मिली मदद दैनिक जागरण की लगातार तीसरे दिन भी जारी रही पड़ताल में खुलासा-अधिकांश अस्पतालों ने बंद रखे संपर्क नंबर तो कुछ पर जाती रही घंटी।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से उपजे हालात से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन के दावे लगातार तीसरे दिन भी जरूरतमंद लोगों का मख़ौल उड़ाते रहे। आयुष्मान भारत के तहत कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए घोषित किए गए निजी अस्पतालों के नंबरों का तीसरे दिन भी स्टिंग किया गया। मगर उनमें से अधिकांश डॉक्टरों/ अस्पतालों ने फोन नहीं रिसीव किया। पड़ताल में यह भी सामने आया कि निजी अस्पताल कोरोना संक्रमित मरीजों से किनारा काट रहे हैं। जारी किए गए अधिकांश नंबरो पर कॉल रिसीव नहीं हो रही थी। कुछ घण्टी जाते ही फोन काट दे रहे थे और कुछ रिसीव करने के बाद ऑक्सीजन और बेड न होने की दलील देकर फोन डिस्कनेक्ट कर दे रहे थे। कुलमिलाकर हालात बद से बद्तर हो चुके हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों की सुनवाई न तो सरकारी अस्पतालो में हो रही और न ही निजी में
समय : दोपहर 4:30 बजे डा. रेखा यादव-738897959- क्षमा करें यह सेवा अभी उपलब्ध नहीं है। समय : दोपहर 4:31 बजेडा. जहरुद्दीन-7876394771- नंबर स्विच ऑफ था। समय : दोपहर 4:32 बजेडा. चंद्रकांता-7608991531-आपके द्वारा डायल किया गया नंबर उपयोग में नहीं है, कृपया नंबर जांच ले फिर डायर करें। समय: दोपहर 4:33 बजेडा. शगुफ्ता-9198620433-घंटी जाती रही, लेकिन फोन नही उठा। समय:दोपहर 4:34 बजेडा. बृजीत दुबे-9839229048-घंटी जाती रही, लेकिन फोन नही उठा। समय दोपहर 4:36 बजेडा. कुतुब जमा- 8542193393- दो बार फोन मिलाया गया, यह सेवा अभी उपलब्ध नहीं है कृपया कुछ देर बाद दोबारा कोशिश करें।
स्वागत ही करती रही हेलो डाक्टर सेवा: 0522-3515700 स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेलो डॉक्टर सेवा में फोन मिलाने पर किसी से बात नहीं हो सकी। दूसरी तरफ से लखनऊ स्मार्ट सिटी लिमिटेड के हेलो डाक्टर सेवा में आपका स्वागत है। करीब पांच मिनट तक यही टोन बजती रही, इसके बाद भी किसी से बात नहीं हो सकी।