World Blood Donor Day 2021: कोरोना काल में ब्लड डोनेशन कर दिया जिंदगी का उपहार
कोरोना काल में हर कोई जरूरतमंदों के लिए अपनी तरफ से मदद करता रहा। ऐसे में कुछ ऐसे लोग भी थे जो खून देकर लोगों की जिंदगी को बचाने का काम करते रहे। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं लखनऊ के कुछ ऐसे ही रक्तदाताओं के बारे में।
लखनऊ, [दुर्गा शर्मा]। World Blood Donor Day 2021: कोरोना काल में हर कोई जरूरतमंदों के लिए अपनी तरह से प्रयासरत रहा। इन सभी कोशिशों के बीच कुछ ऐसे लोग भी थे, जो रक्तदान के जरिए जिंदगी का उपहार देने में लगे रहे।
वैक्सीन लगवाने से पहले किया रक्तदान : इंदिरा नगर निवासी रजनीश गौड़ और पत्नी खुशबू ने वैक्सीन लगवाने से पहले रक्तदान का फैसला किया। 19 मई को वैक्सीन लगनी थी, उससे पहले रजनीश गौड़ ने 18 मई को केजीएमयू में ब्लड डोनेट किया। वहीं, पत्नी खुशबू ने 14 मई को मेदांता अस्पताल में रक्तदान किया। रजनीश और खुशबू कहते हैं, हमने कोरोना के डर को करीब से महसूस किया। हमारे घर तक भी कोरेाना की आहट हुई। हर कोई अपनी तरीके से जरूरतमंदों की मदद कर रहा था। हमें इसके लिए रक्तदान से बेहतर कुछ नहीं लगा, इसलिए वैक्सीन लगवाने से पहले रक्तदान का निश्चय किया।
50 सदस्यों ने 25 यूनिट से ज्यादा किया रक्तदान : आलमबाग निवासी सोमनाथ कश्यप ने केकेसी में पढ़ाई के दौरान 2016 में बदलाव एक कदम शिक्षा की ओर का गठन बनाया। कोरोना काल में बदलाव टीम के करीब 50 सक्रिय सदस्य रक्तदान के लिए आगे आए। पीजीआइ, केजीएमयू समेत विभिन्न अस्पतालों में 25 यूनिट से ज्यादा तक ब्लड डोनेट किया गया। आकाश पाल, वीरेंद्र कुमार, बलविंदर सिंह, आनंद कश्यप, अभय सिंह, सतीश गुप्ता, शानू पाल, संदीप सिंह, विवेक शुक्ला और सागर कुमार आदि ने रक्तदान किया।
जल्द पूरा करेंगे रक्तदान का शतक : रक्तपूरक चैरिटेबल फाउंडेशन के बलराज ढिल्लन रक्तदान का शतक पूरा करने की राह पर हैं। कोरोना काल में फाउंडेशन की ओर से पीजीआइ और केजीएमयू में रक्तदान शिविर लगाया गया। थैलेसीमिया सोसाइटी के साथ मिलकर भी काम किया गया। कोरोना काल में लखनऊ में दो से ढाई हजार सदस्यों के जरिए करीब 100 लोगों की रक्तदान के जरिए मदद की गई। फाउंडेशन के बलराज ढिल्लन अब तक 91 बार ब्लड डोनेट कर चुके हैं। फाउंडेशन रणदीप सिंह, आलोक सिंह, सौरभ लाल, जोरावर सिंह, रजत, अवस्थी, शुभम आदि विशेष तौर पर सक्रिय रहे।