CoronaVirus LockDown 4 News: कोरोना से डर लगता है, पर कमाई की ज्यादा चिंता है

CoronaVirus LockDown 4 News लॉकडाउन के दौरान भावनाएं समझने के लिए आइआइएम लखनऊ की ओर से किया गया सर्वे। 23 राज्य और 104 शहरों से 931 लोग इस सर्वे का बने हिस्सा।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Mon, 25 May 2020 11:18 AM (IST) Updated:Mon, 25 May 2020 11:18 AM (IST)
CoronaVirus LockDown 4 News: कोरोना से डर लगता है, पर कमाई की ज्यादा चिंता है
CoronaVirus LockDown 4 News: कोरोना से डर लगता है, पर कमाई की ज्यादा चिंता है

लखनऊ, जेएनएन। CoronaVirus LockDown 4 News: कोरोना शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डाल रहा है। एक सर्वे के मुताबिक, कोरोना काल खिंचने के साथ भविष्य को लेकर चिंता बढ़ रही है और देश के 79 फीसद लोगों पर इसका असर दिख रहा है।   

 इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आइआइएम) लखनऊ के सेंटर फॉर मार्केटिंग इन इमर्जिंग इकोनॉमिक्स (सीएमईई) ने यह सर्वे किया। कोरोना काल में देश की चिंता का सबसे बड़ा स्रोत जानने की कोशिश की गई। रिपोर्ट के अनुसार देश में 79 प्रतिशत लोग आर्थिक पहलू को लेकर चिंतित हैं। 32 प्रतिशत लोग देश की अर्थव्यवस्था को लेकर तो 16 प्रतिशत इससे चिंतित हैं कि संक्रमण कब तक रहेगा। 40 फीसद में भय और 22 प्रतिशत लोगों में उदासी हावी है। 

23 राज्य शामिल

सर्वे में देश के 23 राज्यों और 104 शहरों को शामिल किया गया। लोगों में चिंता का प्रमुख कारण संक्रमित होने का जोखिम नहीं बल्कि निकट भविष्य में इसके होने वाले आर्थिक प्रभाव के बारे में है। सभी का मानना है कि इसका सभी उद्योगों पर असर होगा। इससे शिक्षा प्रणाली पर भी असर पड़ेगा और बच्चे अपने पढऩे और खेलने का समय भी गवां सकते है। इसके अलावा नौकरी में कमी होगी और कीमतें बढ़ती ही रहेंगी। 

ऑनलाइन किया गया है सर्वे

आइआइएम लखनऊ और नोएडा कैंपस सीएमईई के चेयरमैन प्रो. सत्यभूषण दास ने बताया कि यह राष्ट्रीय सर्वे ऑनलाइन था। इस सर्वे में करीब 931 लोग शामिल हुए थे। इस सर्वे के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, लिंक्डइन आदि का प्रयोग कर स्नोबॉलिंग सैंपलिंग के तरीके का प्रयोग कर पूरा डाटा तैयार किया गया है। जिसमें करीब 62 प्रतिशत पुरुष, 38 प्रतिशत महिलाओं ने हिस्सा लिया। इसमें 63 प्रतिशत लोग पीजी और उच्च शिक्षा प्राप्त किए हुए थे। उनकी आय दस लाख सालाना रखी गई थी, इसमें शामिल कुल प्रतिभागियों में 40 प्रतिशत प्रतिभागी इस आय वर्ग के थे।

लोगों की भावनाओं के आधार पर किया गया सर्वे

सर्वे में लोगों के मन में आने वाले भावों के आधार पर प्रतिक्रिया मांगी गई थी। सभी लोगों को छह मूल भावनाओं के आधार पर आप क्या महसूस कर रहे है, उसी का चुनना था। इसके हर सवाल का जवाब लोगों को डर, दुखी, हैप्पी, घृणा, आश्चर्य और गुस्सा की भावनाओं में किसी एक का चयन कर देना था। डाटा के अनुसार छह भावनाओं में सबसे अधिक 40 प्रतिशत लोगों में डर का चुना। इसके बाद 22 प्रतिशत लोग दुखी, 13 प्रतिशत लोग खुश, 11 प्रतिशत लोगों में घृणा, नौ प्रतिशत लोग आश्चर्यचकित और पांच प्रतिशत लोगों में गुस्सा था।

ये सवाल पूछे गए सर्वे में

आप क्यों चिंतित हो? इसमें 740 लोगों ने अपनी राय दी

-32 प्रतिशत लोगों ने आर्थिक प्रभाव को कारण बताया

-16 प्रतिशत ने कहा अभी निश्चिंत नहीं प्रभाव समाप्त होने को लेकर

-15 फीसद ने माना कि इस दौरान लोग का व्यवहार गैर जिम्मेदाराना है

-14 प्रतिशत लोगों का मानना है, संक्रमण का खतरा है

आप चिंतित क्यों नहीं हैं? इसमें 191 लोगों ने अपनी राय दी

-23 प्रतिशत लोगों ने माना कि वे कोरोना से बचाव के लिए जरूरत एहतियात बरत रहे है

- 16 प्रतिशत लोगों ने माना उन्हें गवर्नमेंट पर भरोसा है

- 14 प्रतिशत लोगों ने माना अब भी उम्मीद की एक किरण बाकी है

- 11 प्रतिशत लोगों ने माना है वह इस हालात में कुछ नहीं कर सकते है

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