Cyber Crime : साइबर जालसाजों के निशाने पर देशभर के पेंसनर्स, ऐसे फांस रहे जाल में

Cyber Crime जो इंटरनेट बैंकिंग का नहीं कर रहे इस्तेमाल उन्हें बना रहे निशाना। खुद को बैंककर्मी बताकर सालभर में पैसा दोगुना करने का देते हैं झांसा।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Tue, 11 Aug 2020 09:33 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 05:49 AM (IST)
Cyber Crime : साइबर जालसाजों के निशाने पर देशभर के पेंसनर्स, ऐसे फांस रहे जाल में
Cyber Crime : साइबर जालसाजों के निशाने पर देशभर के पेंसनर्स, ऐसे फांस रहे जाल में

लखनऊ, जेएनएन। Cyber Crime : साइबर जालसाजों के निशाने पर देशभर के ऐसे पेंसनर्स हैं, जो इंटरनेट बैंकिंग से नहीं जुड़े हैं। हरियाणा, लखनऊ, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, झारखंड समेत अलग-अलग राज्यों में दो दर्जन से अधिक पेंसनर्स को जालसाज अपना निशाना बनाकर उनकी गाढ़ी कमाई हड़प चुके हैं। ऐसे जालसाज फोन कर ओटीपी समेत अन्य अहम जानकारी हासिल कर जालसाजी कर रहे हैं। छह महीने से इस काम में जालसाज सक्रिय हैं।

बीते दिनों साइबर क्राइम सेल लखनऊ ने नौ जालसाजों को झारखंड से गिरफ्तार किया था, लेकिन फिर भी यह ठगी का खेल व्यापक स्तर पर चालू है। एसीपी साइबर क्राइम सेल विवेक रंजन राय के मुताबिक जालसाज झारखंड समेत अन्य राज्यों में बाकयदा कॉल सेंटर खोल वहां से  फोन कर ठगी करते हैं। खुद को बैंककर्मी बताकर पेंसनर्स को झांसे में लेते हैं। फिर धनराशि दोगुनी कराने का झांसा देकर उनसे बैंक एकॉउंट संबंधी जरूरी जानकारी पूछकर गाढ़ी कमाई हड़प लेते हैं। गैंग लीडर समेत अन्य जालसाजों की तलाश में साइबर क्राइम सेल संबंधित राज्यों की पुलिस टीमों के साथ दबिश में जुटी हैं।

ये हैं कुछ मामले

1.बागपत में पीएसी के जवान ललित शर्मा के पिता के खाते से 30 लाख रुपये उड़ा दिए

2.लखनऊ में मैनेजर विवेक नायक के पिता के एकॉउंट से 53 लाख रुपये पार कर दिए।

3.हरियाणा निवासी पेंसनर्स को झांसा देकर उनके खाते से 25 लाख की धनराशि पार कर दी।

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