लोहिया संस्थान में फर्श पर तड़पता रहा मरीज, इंजेक्शन लगा कर्मचारियों ने किया बाहर

लखनऊ के लोहिया संस्थान में चिकित्सकों की लापरवाही बुखार के मरीज को इंजेक्शन लगाकर बाहर किया। इमरजेंसी के बगल फर्श पर पड़ा एक बुखार पीड़ित देर तक तड़पता रहा। संक्रमण रोकने के प्रति भी गंभीर नहीं है संस्थान।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 04:49 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 04:49 PM (IST)
लोहिया संस्थान में फर्श पर तड़पता रहा मरीज, इंजेक्शन लगा कर्मचारियों ने किया बाहर
लोहिया संस्थान की लापरवाही, बुखार के मरीज को इंजेक्शन लगाकर बाहर किया।

लखनऊ, जेएनएन। लोहिया संस्थान में इमरजेंसी के बगल फर्श पर पड़ा एक बुखार पीड़ित देर तक तड़पता रहा। मरीज के अनुसार डॉक्टर ने उसे एक इंजेक्शन लगा कर बाहर कर दिया, लेकिन उसका बुखार नहीं उतरा। इस वजह से वह फर्श पर ही गश खाकर लेट गया। मरीज के बाहर पड़े होने की जानकारी जब संस्थान के प्रवक्ता डॉक्टर श्रीकेश सिंह को मिली तो उन्होंने मरीज को तत्काल इलाज उपलब्ध करवाया।

मूल रूप से सीतापुर जनपद निवासी राजीव बाजपेई पुत्र विनोद बाजपेई बुखार ग्रस्त होने के कारण खुद को इमरजेंसी में दिखाने आए थे। पीड़ित ने बताया कि वह उनके साथ में कोई नहीं है। तेज बुखार होने पर डॉक्टर ने उन्हें एक इंजेक्शन लगा कर बाहर कर दिया। मगर कोई आराम नहीं मिला। तेज़ बुखार के कारण चलने- फिरने की हिम्मत नहीं होने से मजबूरी में मरीज फर्श पर ही लेट गया। संक्रमण रोकने के प्रति सतर्क नहीं संस्थान: मरीजों को भले ही शारीरिक दूरी, मास्क व हाईजीन पालन की सलाह दी जाती हो, लेकिन संस्थान खुद ही संक्रमण रोकने के प्रति सतर्क नहीं दिख रहा। गुरुवार को अस्पताल की इमरजेंसी के सामने कमर में चोट से पीड़ित एक मरीज बिना मास्क के लेटा दिखा। मरीज की पत्नी ने बताया कि गिरने की वजह से उनकी कमर में चोट लग गई है। उनका कोविड टेस्ट हुआ है। मगर अभी जांच रिपोर्ट नहीं आई है। जाहिर है कि मरीज की रिपोर्ट अगर पॉजिटिव आ जाती है तो उसके आसपास बैठे अन्य मरीज और तीमारदार भी कोरोना की चपेट में आ सकते हैं। इसी तरह एक महिला मरीज कोविड जांच बूथ के पास खुले में बिना मास्क लगाए स्ट्रेचर पर पड़ी दिखी। उनके पैर में प्लास्टर भी चढ़ा हुआ था। ऐसे में मरीज को स्वयं भी कोरोना का खतरा हो सकता है। साथ ही अगर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो दूसरे लोग भी चपेट में आ सकते हैं। मेडिकल स्टोर पर गोले में नहीं खड़े होते तीमारदार: संस्थान के अंदर इमरजेंसी के पास बने मेडिकल स्टोर पर मरीज लाइन में एक दूसरे से सट कर खड़े थे। शारीरिक दूरी का गोला खींचा गया था। मगर कोई भी मरीज गोले में खड़ा नहीं दिखा। इससे संक्रमण को बढ़ावा मिल रहा है।

संस्थान के प्रवक्ता डॉ श्रीकेश सिंह ने कहा कि शारीरिक दूरी व मास्क को लेकर सख्ती के निर्देश हमेशा दिए जाते रहते हैं। इसके लिए गार्ड भी लगाए गए हैं, लेकिन कई बार मरीज व तीमारदार गार्डों के चंद मिनट भी इधर-उधर होने पर स्वयं इसका पालन नहीं करते हैं। इस पर और अधिक सख्ती बरती जाएगी।

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