गोंडा के जिला अस्पताल में ऑपरेशन के बाद चली गई थी आंख की रोशनी, गठित हुई जांच

गोंडा जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक ने शिकायत पर गठित की जांच टीम ऑपरेशन के बाद महिला की चली गई थी आंख की रोशनी।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sat, 29 Feb 2020 02:03 PM (IST) Updated:Sat, 29 Feb 2020 02:03 PM (IST)
गोंडा के जिला अस्पताल में ऑपरेशन के बाद चली गई थी आंख की रोशनी, गठित हुई जांच
गोंडा के जिला अस्पताल में ऑपरेशन के बाद चली गई थी आंख की रोशनी, गठित हुई जांच

गोंडा, जेएनएन। जिला अस्पताल में आंख की सर्जरी के लिए पांच हजार रुपये लेने व ऑपरेशन के बाद आंख की रोशनी जाने के मामले को लेकर कार्रवाई की तैयारी हो रही है। इसके लिए कमेटी गठित करने का निर्णय लिया गया है। यह कमेटी शिकायतकर्ता का बयान दर्ज करने के साथ ही साक्ष्यों को परखेगी। उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। 

गुरुवार को बलरामपुर जिले के रेहरा बाजार निवासी कप्तान सिंह ने अधिकारियों से मिलकर शिकायत दर्ज कराई थी। उनका कहना था कि पत्नी जामवंती ङ्क्षसह को आंख में परेशानी थी। इस पर वह उन्हें लेकर जिला अस्पताल आए। यहां पर चिकित्सक ने आंख का ऑपरेशन कराने की सलाह दी। इसके बाद मरीज से पांच हजार रुपये लेकर उसका ऑपरेशन कर दिया गया। बाद में उसकी आंख की रोशनी चली गई। जब उसने इसकी शिकायत की तो भगा दिया गया। जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. अरुण लाल ने बताया कि शिकायत के क्रम में कमेटी बनाई जा रही है। कमेटी इस पूरे प्रकरण की जांच करेगी। दोषी मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। 

जांच के लिए परेशान कर रहे कर्मी

मोनिका सिंह की शिकायत है कि बेटे को 23 फरवरी को डॉक्टर दिखाया। उन्होंने जांच के लिए लिख दिया। जांच के समय कर्मियों ने सैंपल ले लिया। जब वह रिपोर्ट लेने गईं तो दोबारा सैंपल लेने को कहा गया। अगले दिन आने को गया, फिर दोबारा खून जांच के लिए सैंपल देने को कहा गया। इसकी शिकायत उसने अधिकारियों से की है। इसके अतिरिक्त विष्णुपुरी कॉलोनी के अजीत कुमार पांडेय ने सीटी स्कैन की समस्या की शिकायत अफसरों से की है। इस पर जांच करके कार्रवाई का आदेश दिया गया है।   

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