UP के राज्य विश्वविद्यालयों में पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ स्थापित, शोध व अनुसंधान पर विशेष जोर

उत्तर प्रदेश के 15 राज्य विश्वविद्यालयों में पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ की स्थापना की स्थापना के साथ ही यूपी की सांस्कृतिक धरोहर परंपराओं और लोककला के प्रोत्साहन के लिए सेंटर आफ एक्सीलेंस की भी स्थापना का काम पूरा किया गया है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Sun, 05 Sep 2021 08:56 PM (IST) Updated:Mon, 06 Sep 2021 10:36 AM (IST)
UP के राज्य विश्वविद्यालयों में पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ स्थापित, शोध व अनुसंधान पर विशेष जोर
उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर बदलाव किए जा रहे हैं।

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर बदलाव किए जा रहे हैं। यूपी की योगी सरकार ने व्यवस्था में बदलाव लाने के साथ ही पाठ्यक्रम में भी परिवर्तन किया है। शोध और अनुसंधान को बढ़ाने के लिए नए प्रयोग किए गए हैं। 15 राज्य विश्वविद्यालयों में पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ की स्थापना की स्थापना के साथ ही उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर, परंपराओं और लोककला के प्रोत्साहन के लिए सेंटर आफ एक्सीलेंस की भी स्थापना का काम पूरा किया गया है।

उत्तर प्रदेश सरकार ने शिक्षा के विभिन्न पहलुओं, आयामों, प्रक्रियाओं आदि के विषय में नवीन ज्ञान का सृजन करने के लिए शोध और अनुसंधान को आगे बढ़ाया है। लखनऊ विश्वविद्यालय में भाऊराव देवरस शोधपीठ, अटल सुशासन पीठ और महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय रोजगार पीठ को स्थापित किया गया है। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में चौरी-चौरा अध्ययन केंद्र बनाया गया। भारतीय भाषाओं को प्रोत्साहन देने के लिए जिलों में भाषा केंद्रों की स्थापना की है। सरकार ने इनोवेशन और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए स्टार्ट-अप नीति की भी घोषणा की।

अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा मोनिका एस गर्ग ने बताया कि सरकार ने नए महाविद्यालयों को खोलने के साथ ही पूर्व से संचालित महाविद्यालयों में नए पाठ्यक्रमों को शुरू करने को मंजूरी दी है। विश्वविद्यालयों से संबद्धता पाने के लिए सभी प्रक्रियाओं को शैक्षिक सत्र 2021-22 में पूरी तरह से आनलाइन कर दिया है। नई व्यवस्था से अब राजकीय महाविद्यालयों व सहायताप्राप्त महाविद्यालयों में नव नियुक्त प्रवक्ताओं का पदस्थापन आनलाइन कर दिया गया है। राजकीय महाविद्यालयों में शिक्षकों का स्थानांतरण भी आनलाइन होने लगा है।

बड़े स्तर पर शिक्षकों की नियुक्ति : उच्च शिक्षा ही नहीं बल्कि योगी सरकार ने प्राथमिक, माध्यमिक, और तकनीकी शिक्षा विभाग में सादे चार सालों में बड़े पैमाने पर नियुक्तियां की। इस दौरान 1,25,987 प्राथमिक शिक्षक, 14436 माध्यमिक, 4988 उच्च शिक्षा विभाग और  365 तकनीकी शिक्षा विभाग में शिक्षक नियुक्त किये गए।

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