करोड़ों रुपये की जीएसटी चोरी में फंसी कानपुर की पान मसाला निर्माता कंपनी, कई जिलों में छापेमारी

महानिदेशक जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम ने लखनऊ कानपुर सीतापुर गोंडा बाराबंकी सहित कंपनी के कई ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की। छापेमारी की कार्रवाई में कंपनी द्वारा बिना बिल के पान मसाला और तंबाकू की बिक्री कर करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी का पता चला है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Thu, 25 Mar 2021 10:53 PM (IST) Updated:Thu, 25 Mar 2021 10:54 PM (IST)
करोड़ों रुपये की जीएसटी चोरी में फंसी कानपुर की पान मसाला निर्माता कंपनी, कई जिलों में छापेमारी
कानपुर की पान मसाला और तंबाकू बनाने वाली कंपनी के खिलाफ जीएसटी चोरी पकड़ी गई है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। महानिदेशक जीएसटी इंटेलिजेंस की लखनऊ जोनल यूनिट की ओर से कानपुर की पान मसाला और तंबाकू बनाने वाली कंपनी के खिलाफ की गई छापे की कार्रवाई में करोड़ों रुपये की जीएसटी चोरी का मामला सामने आया है। अब तक की जानकारी के अनुसार कंपनी के खिलाफ करीब पांच करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का आकलन किया गया है। कंपनी राजधानी प्योर नाम से पान मसाला और एमजे तंबाकू नाम से तंबाकू बनाती है।

महानिदेशक जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम ने बुधवार और गुरुवार को लखनऊ, कानपुर, सीतापुर, गोंडा, बाराबंकी सहित कंपनी के कई ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की। छापेमारी की कार्रवाई में कंपनी द्वारा बिना बिल के पान मसाला और तंबाकू की बिक्री कर करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी का पता चला है। जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम ने कंपनी के कारखाने, आफिस, अघोषित गोदाम के साथ उसके डीलरों के ठिकानों पर छापे मारे थे। विभाग को सूचना मिली थी कि कंपनी अरसे से टैक्स चोरी में लिप्त है और अवैध बिक्री के बाद डीलरों से कीमत नकद वसूलती है। डीलरों से वसूली के लिए कंपनी के मालिकों ने अलग से आदमी नियुक्त किया है।

छापे की कार्रवाई में कंप्यूटर, मोबाइल फोन और डायरी के रूप में कई दस्तावेज बरामद हुए हैं जिनकी जांच की जा रही है। जब्त दस्तावेजों की जांच जारी है। जांच में यह भी पता चला है कि कंपनी सीमेंट के कारोबार में भी लिप्त है। अवैध बिक्री से जुड़े कैश कलेक्शन के लिए कंपनी की ओर से नियुक्त व्यक्ति ने अपने बयान में स्वीकार किया है कि वह कंपनी के मालिकों के निर्देश पर उनके द्वारा बताये गए डीलरों से कैश वसूलने का काम करता था।

कंपनी के मालिकों ने भी छापे के बाद गैर कानूनी तरीके से पान मसाले-तंबाकू की बिना टैक्स दिए बिक्री की बात को स्वीकार किया और तत्काल एक करोड़ रुपये की राशि सरकारी खाते में टैक्स के रूप में जमा की है। शेष राशि को जल्दी जमा करने का आश्वासन दिया है। कंपनी के कई ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई करने के लिए डीजीजीआइ लखनऊ जोनल यूनिट तथा कानपुर व आगरा रीजनल यूनिट से करीब 40 लोगों की टीम बनाई गई थी।

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